उज्जैन। महाकाल मंदिर का गर्भ गृह भक्तों के लिए खोलने के लिए पिछले महीने हुई बैठक में बात हुई थी. लेकिन इसको लेकर अभी तक कोई भी सहमति नहीं बन पाई है. क्योंकि 1 घंटे में 200 भक्त ही गर्भ गृह से दर्शन कर सकते हैं. रोजाना 2 लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर दर्शन करने आते हैं. ऐसे में उन्हें असुविधा न हो, इसको लेकर अभी तक गर्भ गृह खोलने का कोई भी फैसला नहीं हो पाया है. फिलहाल श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर से ही दर्शन करना होंगे.
निर्माण कार्यों पर चर्चा : उज्जैन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में मंदिर के अधूरे निर्माण कार्यों को पूरा करने को लेकर विचार विमर्श किया गया. साथ ही महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश को लेकर चर्चा हुई. इसी मामले को लेकर पिछले महीने हुई बैठक में चर्चा हुई थी कि कैसे श्रद्धालुओं को गर्भ गृह से से दर्शन कराए जा सकें. लेकिन अभी तक कोई भी रणनीति तैयार नहीं हो सकी है. बता दें कि श्रद्धालु लगातार इसकी मांग कर रहे हैं कि महाकाल के दर्शन गर्भगृह से कराए जाएं
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कलेक्टर ने दी जानकारी : इस बारे में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि महाकाल समिति की बैठक हुई. जिसमें मंदिर के आसपास चल रहे निर्माण कार्यों को जल्द पूरा करने को लेकर रणनीति तैयार की गई है. वहीं, गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश को लेकर कहा कि अभी कोई रणनीति तैयार नहीं की गई है. क्योंकि गर्भगृह में 1 घंटे में 200 भक्त ही दर्शन कर सकते हैं. ऐसे में रोजाना 2 लाख श्रद्धालु आते हैं. कैसे व्यवस्था बने, इसको लेकर अभी तक रणनीति तैयार नहीं हो सकी है. आम श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं होनी चाहिए.