उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल का धाम लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का खास केंद्र है. बाबा महाकाल मंदिर के पीछे हाल ही में बने प्रथम चरण में श्री महाकाल महालोक(Ujjain Mahakal Lok) में अब पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी लगातार देखी जा रही है, लेकिन श्री महाकाल महालोक की भव्यता और सुंदरता को बनाए रखने के लिए जो व्यवस्थाएं हैं, उसमें कहीं ना कहीं कमियां नजर आने लगी है, क्योंकि बाबा महाकाल के कुछ उत्पाती भक्तों द्वारा उस सुंदरता को उस भव्यता को बिगाड़ने का काम किया जा रहा है. जिसमें प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने से लेकर वाटर कूलर तोड़ने, पत्थर उखड़ने व अन्य बाते हैं (Tourist Damage Many Things In Mahakal Lok), उन पर मंदिर समिति का कोई बस दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मंदिर परिसर व महाकाल लोक में करीब 350 सीसीटीवी कैमरे दो कंट्रोल रूम व महाकाल लोक में ही 100 से अधिक सुरक्षा कर्मी हैं. इस मामले में जब प्रशासक से बात की गई तो प्रशासक का कहना है भक्तों को समझाइश देने पर भक्तों मान जाते हैं.
प्रशासक संदीप सोनी ने और क्या कहा जानिए: महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने कहा कि करीब 100 सुरक्षाकर्मी महाकाल महालोक में हैं, जो भक्तो की मदद करने में तत्पर रहते हैं. महाकाल महालोक में 150 कैमरा व मंदिर में 200 कैमरा है. जिनकी मदद से दो कंट्रोल रूम से नजर रखी जाती है. मंदिर क्षेत्र को महाकाल लोक सहित 7 जोन में डिवाइड किया है. हर एक क्षेत्र के लिए प्रभारी नियुक्त किये गए हैं. मौके पर मौजूद कर्मी भक्तों से रिक्वेस्ट करते हैं, जो नहीं मानते उन्हें सख्ती से समझया जाता है वे भी मान जाते हैं.
क्या क्या हुआ अब तक नुकसान जानिए: महाकाल महालोक का 11 अक्टूम्बर को पीएम मोदी द्वारा लोकार्पण किये जाने के बाद भक्तों की संख्या बढ़ी है. जिसकी वजह से अब वहां जमीन पर लगे पत्थर(ब्लॉक) उखड़ने लगे हैं. प्रतिमाओं में निशान पड़ना दीवारों में दरार आना, स्तंभों में स्क्रेचस के निशान दिखाई देना श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की गई लेकिन वाटर कूलर ही उखाड़ फेंकना प्रतिमाओं के स्टैंड पर खड़े होकर फोटो खिंचवा ना जूते पहन के चरणों व अन्य.