उज्जैन। (ujjain latest news) प्रदेश भर में कोविड टीकाकरण (Corona Vaccination In MP) को लेकर अभियान शासन स्तर पर चलाये जा रहे हैं. लोगों को टीकाकरण करने के लिए तरह-तरह के नियम लागू कर जागरूक किया जा रहा है, लेकिन जब स्वास्थ्य अमला ही होश में ना हो तो कैसे जागरूकता बढ़ाई जाए, ये बड़ा सवाल है. दरअसल उज्जैन में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने एक किराना दुकानदार की नींद उड़ा दी है. उन्हें डर है कि कहीं उनकी दुकान ना सील हो जाए.
मृत पिता के नाम पर जारी हुआ सर्टिफिकेट (Corona Vaccination Certificate MP)
दरअसल पूरा मामला उज्जैन जिले की खाचरोद तहसील का है, जहां 60 वर्षीय बुजुर्ग किराना व्यापारी अशोक कुमार का वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट उनके पिता शांतिलाल के नाम से जारी हुआ है. जबकि उनके पिता की मृत्यु कोरोना फेज से पहले 2018 में ही हो चुकी है. अशोक ने बताया कि उन्होंने पहला डोज 10 अप्रैल को मांगलिक भवन खाचरोद में लगवाया. पहले डोज की ऑनलाइन पर जानकारी नहीं आने पर उन्होंने कई बार गुहार लगाई और ऐसा करते हुए दूसरे डोज की तारीख आ गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. वहीं 5 जून को वैक्सीन की दूसरी डोज सामुदायिक भवन सुमन गली में लगवायी. दूसरे डोज के बाद जो वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट (Corona Vaccination Certificate MP) आया वो हैरान करने वाला था, क्योंकि उन्हें उनके पिता के नाम से सर्टिफिकेट दिया गया, जो 93 वर्ष की उम्र में 3 साल पहले ही मृत्यु को प्राप्त हो चुके है. और सर्टिफिकेट में अशोक कुमार की उम्र 26 साल बताई गई है.
कई बार शिकायत करने के बाद भी सुधार नहीं
इस मामले को लेकर अशोक ने अनुविभागीय अधिकारी तहसील कार्यालय को एक आवदेन देकर शिकायत दर्ज करवाई है. बुजुर्ग को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जुलाई माह में जारी हुए फाइनल वैक्सीन सर्टिफिकेट की त्रुटियों को 4 माह बाद तक भी नहीं सुधारा जा सका है. इधर मामले पर जब Chief Medical Health Officer संजय शर्मा से सवाल किया तो उनका कहना है कि टेलीफोन नंबर की गड़बड़ी से ऐसा हुआ होगा, जिसे सुधार दिया जाएगा. अब कब सुधार दिया जाएगा और ऐसे कितने मामले हैं इसका जवाब CMHO साहब स्पष्ट रूप से नहीं दे सके. उन्होंने कहा त्रुटियों का निराकरण कर देंगे कोई बड़ा परसेंटेज नहीं है.
दुकान सील होने का सता रहा डर
इधर किराना दुकान चलाने वाले अशोक कुमार को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं स्वास्थ्य विभाग (Ujjain Health Department) की लापरवाही का खामियाजा उनकी दुकान सील होकर ना चुकानी पड़ जाए. दरअसल हाल ही में जिला कलेक्टर ने आदेश जारी कर कहा था कि कोई भी किराना, उद्योग, ठेकेदार व अन्य तमाम जिले के एसोसिएशन के लोग पहले खुद व अपने कर्मचारी को टीका लगवाएं और ग्राहकों से भी टीकाकरण के बारे में पूछ कर ही सामान दें, ऐसा नहीं करने पर गठित टीम कार्रवाई करेगी. अब वैक्सीन की दोनों डोज लेकर भी अशोक परेशान हैं.