उज्जैन। महाकाल थाना क्षेत्र में हुई एक युवक की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. यहां पिता ने ही अपने पुत्र को मौत के घाट उतारा था. हत्या के बाद इस मामले को दबाने का प्रयास भी किया गया. मौत के बाद उसे सीधे अंतिम संस्कार के लिए ले गए लेकिन पुलिस को सूचना लगते ही शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और उसके बाद मामले का खुलासा हुआ. इस मामले में मृतक युवक की मां ने अपने पति का साथ दिया.
क्या है मामला: दरअसल जयसिंह पुरा स्थित बंसी बाड़ा निवासी कैलाश चौहान ने सोमवार रात शराब के नशे में अपने 26 साल के लड़के संजू चौहान के पेट में चाकू मार दिया था. परिजन संजू को निजी अस्पताल ले गए थे, लेकिन अस्पताल बंद देख घर में ही घाव पर बैंडेज कर सुला दिया.मंगलवार सुबह गंभीर हालत देखकर उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर द्वारा संजू को मृत घोषित करने पर शव लेकर भाग गए. इसके बाद वे सीधे शव को श्मशान ले जाकर अंतिम संस्कार की तैयारी ही कर रहे थे. इस बीच सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव जब्त कर कैलाश को हिरासत में ले लिया.
सख्ती के बाद उगला राज: पुलिस की सख्ती के बाद माता पिता के साथ मृत युवक के बड़े भाई ने हत्या का राज उगल दिया. परिजनों से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि पारिवारिक झगड़े के चलते पिता ने ही अपने बेटे को चाकू मार दिया था वही मां ने कपड़े और चाकू छिपा दिया था. पुलिस ने संजू के पिता कैलाश चौहान और उसकी मां ताराबाई दोनों को आरोपी बनाया है.पुलिस ने बेटे की हत्या के मामले में दोनों को जेल भेज दिया है.
पुलिस का क्या कहना है: सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा ने बताया कि घटना के समय संजू का बड़ा भाई राकेश भी मौके पर मौजूद था. उसने पहले घटना छुपाने का प्रयास किया लेकिन जब पुलिस ने पूरे परिवार को हिरासत में लिया तो उसने खुद पिता के खिलाफ केस दर्ज करवाते हुए बताया कि पिता कैलाश शराब के नशे में मां ताराबाई से झगड़ रहे थे उसी समय घर पहुंचे संजू ने बीच बचाव किया तो पिता ने गुस्से में किचन से चाकू लाकर संजू के पेट में मार दिया. मां ने कपड़े, चाकू छुपाए और शव का अंतिम संस्कार की योजना बनाई. पुलिस ने राकेश के बयान की वीडियोग्राफी कर उसे फरियादी बनाया है.
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डॉक्टर को नोटिस जारी: नियमानुसार किसी भी घायल के जिला अस्पताल पहुंचने पर ड्यूटी डॉक्टर को पुलिस को सूचना देना अनिवार्य है,लेकिन संजू पर घाव देखने और मौत होने पर शव लेकर भागने की सूचना भी नहीं दी गई. जिसके कारण आरोपी शव अंतिम संस्कार करने ले गए. इस गंभीर लापरवाही को देखते हुए एसपी और कलेक्टर के माध्यम से अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार डॉक्टर के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.