उज्जैन। जिले के चमनगंज मंडी क्षेत्र में 4 सितंबर के दिन एक घर में बंद कमरे में 4 दिन पुरानी लाश मिली. परिवार ने युवक की हत्या का शक जताया था. इसके बाद पुलिस ने जांच कर सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो पता चला कि जिसकी हत्या हुई है, वह हत्यारा मृतक का दोस्त है. हत्यारा और मृतक दोनों खाने-पीने के शौकीन थे. खाने-पीने की बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ, वहीं युवक ने घर में रखी आरी से ही अपने दोस्त का गला काट दिया और हत्या कर फरार हो गया, लेकिन जिसने हत्या की, वह किसी विवाद के मामले में खाचरोद जेल में बंद था.
हत्या करने वाला आरोपी जेल में बंद था: थाना चिमनगंज मंडी क्षेत्र अंतर्गत स्थित छोटी मायापुरी कॉलोनी में 4 सितंबर को एक मकान में लाश पड़ी होने की सूचना मिली थी. वहीं पुलिस टीम को सीसीटीवी फुटेज से जानकारी मिली थी कि 30 अगस्त को जितेंद्र रायकवार को चामुंडा माता चौराहे पर एक व्यक्ति के साथ घूमता हुआ देखा गया. इस अज्ञात व्यक्ति के साथ युवक ई-रिक्शा में बैठकर अपने घर छोटी मायापुरी जाते हुए दिखाई दिया. युवक के साथ फुटेज में दिखाई दिया व्यक्ति शिव शक्ति नगर निवासी राजेश परमार था. जानकारी मिली कि राजेश नशे का आदि था और अपराधिक प्रवृत्ति का है. पुलिस जब राजेश को तलाश करते हुए उसके घर पहुंची, तो वहां पर ताला लगा मिला. जानकारी मिली थी कि राजेश 151 के प्रकरण में खाचरोद उपजेल में बंद है. 9 सितंबर को राजेश के जेल से रिहा होते ही पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया.
धारदार हथियार से काटने के मिले निशान: उज्जैन जयंत राठौर ने बताया कि "मृतक जितेन्द्र रायकवार का शव मिलने के बाद इसे हत्या मानकर जांच के लिए पुलिस टीम गठित की थी. पुलिस ने मृतक जितेन्द्र रायकवार के परिजनों से पूछताछ करने के साथ ही उसके दोस्तों व उसके साथ काम करने वालों से जानकारी ली. पुलिस को जानकारी मिली कि वह जुलाई माह से मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा है. मृतक छोटी मायापुरी वाले घर पर अकेला रहता था और इंदिरा कॉलोनी झुग्गी झोपड़ी में उसके परिवार एवं माता-पिता अलग रहते थे. मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले में धारदार हथियार से काटने के निशान मिले थे.
कौन है मृतक और आरोपी दोस्त जानिए: मृतक का नाम जितेंद्र रायकवार है. मृतक के परिवार में पत्नी दो बेटियां, 1 बेटा व माता पिता और भाई है. वहीं आरोपी दोस्त का नाम राजेश परमार जो कि आपराधिक प्रव्रत्ति का है, ने वारदात को अंजाम दिया है. मृतक के भाई महेंद्र ने बताया था कि हमारा एक मकान छोटी माया पुरी दारु गोदाम MR 4 मार्ग पर है. जहां पर मृतक जितेंद्र अक्सर सोने जाया करता था. पूरा परिवार पुराने मकान में रहता है. राखी बंधवाकर घर से निकला और लौटा ही नहीं था. काफी ढूंढा तो पुराने मकान में पांचवें दिन अंदर मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला. मृतक भाई मेहंदी बनाने के कारखाने में काम करता था.