उज्जैन। देशभर में इन दिनों कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट की दहशत है. प्रदेश के कुछ इलाकों में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) के केस सामने आए हैं. उज्जैन में भी कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले मिल चुके हैं, यह खुलासा कलेक्टर आशीष सिंह (Collector Ashish Singh) ने किया है. कलेक्टर ने बताया कि शुरू मे डेल्टा प्लस वेरिएंट के दो केस सामने आए थे. प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करके उनके संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल लिए थे, गनीमत रही कि सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई.
2 मरीजों में मिल चुका है डेल्टा प्लस वेरिएंट
कलेक्टर आशीष सिंह (Collector Ashish Singh) ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि शुरू में उज्जैन में दो मरीजों मे डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) की पुष्टि हुई थी. उस दौरान दोनों मरीजों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री निकालकर सभी लोगों की टेस्टिंग करवाई गई थी. दोनों मरीजों के कॉन्टेक्ट में आए सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई थी, इसलिए प्रशासन ने राहत की सांस ली थी. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर प्रशासन सतर्क है. अगर आगे डेल्टा प्लस वेरिएंट का कोई केस सामने आता है, तो प्रशासन तत्परता से कार्रवाई करेगा और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर संपर्क में आने वालों के भी टेस्ट करवाए जाएंगे.
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28 जून से खुलेगा महाकाल मंदिर
देश और प्रदेश में डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) की आहट के बीच ही उज्जैन के महाकाल मंदिर को आम लोगों के लिए खोलने की तैयारी भी जिला प्रशासन ने कर ली है. महाकाल मंदिर को 28 जून से आम लोगों के लिए खोला जा रहा है, इसके लिए गाइडलाइन भी तैयार कर ली गई है. कलेक्टर का कहना है कि महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी होगा. अगर वैक्सीनेशन नहीं करवाया है, तो 48 घंटे पहले की RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट लेकर मंदिर में दर्शन करने आना होगा. इस तरह मंदिर में संक्रमण फैलने का खतरा नहीं रहेगा.
क्या है डेल्टा प्लस (Delta +) वेरिएंट
कोरोना वायरस का एक नया वेरिएंट ‘डेल्टा प्लस' पुराने डेल्टा वेरिएंट का विकसित रूप है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, डेल्टा वेरिएंट ही विकसित होकर डेल्टा प्लस बन गया है. केंद्र सरकार जुड़े एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में नए वेरिएंट के संक्रमण को लेकर अभी रिसर्च की जा रही है. हमें लगातार सावधानी बरतनी होगी ताकि इसे फैलने से रोका जा सके.
कैसे बना डेल्टा प्लस वेरिएंट
डेल्टा वेरिएंट यानी बी.1.617.2 स्ट्रेन के म्यूटेशन से डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) बना है. इस म्यूटेशन को K417N कहा जा रहा है. कोरोना वायरस के पुराने वाले वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में थोड़े बदलाव हुए हैं. इससे यह नया वेरिएंट सामने आया है. स्पाइक प्रोटीन की ही मदद से वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है और हमें संक्रमित करता है. यह वायरस का भी हिस्सा होता है. K417N म्यूटेशन के कारण वायरस हमारे इम्यून सिस्टम को भेदने में कामयाब हो पाता है.