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महाकालेश्वर मंदिर में तीन कर्मचारियों को प्रशासक ने दान की राशि जेब में रखते पकड़ा - महाकाल मंदिर प्रशासक ने पकड़ा

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में कुछ कर्मचारी अपनी हरकतों से नाम बदनाम कर रहे हैं. इस बार मंदिर के कर्मचारियों द्वारा दान की राशि जेब में रखने का मामला सामने आया है. मंदिर के प्रशासक ने इन कर्मचारियों की जेब से दान की राशि बरामद की है. तीनों कर्मचारियों के मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. मामले की जांच की जा रही है. (Three employees keeping donation amount) (Employees were caught in Mahakaleshwar temple)

Three employees keeping donation amoun
महाकाल मंदिर की दान राशि जेब में रखी
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Published : May 2, 2022, 3:13 PM IST

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल का धाम लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है. श्रद्धालु अपनी आस्था से धनराशि मंदिर के दानपात्र व अलग अलग जगह भेंट करते हैं, लेकिन यहां श्रद्धालुओ की आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है. महाकाल मंदिर में एक बार फिर तीन कर्मचारियों द्वारा दान राशि को अपनी जेब मे रखने के मामले का खुलासा हुआ है. सूचना मिलने पर मंदिर के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने औचक निरीक्षण किया और कर्मचारीयों को रंगे हाथों पकड़ कर उनकी जेब से दान राशि के 1500 रुपए निकलवाए.

दानपेटी से रुपए निकालने का वीडियो वायरल : कर्मचारियों द्वारा दानपेटी से रुपए निकालने का वीडियो भी सामने आया है. इस मामले में प्रशासक का कहना है कि कर्मचारीयों को जांच रिपोर्ट आने तक मंदिर में प्रवेश देने से रोक दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद विधिपूर्वक कार्रवाई होगी. दान राशि मंदिर के कोष में जमा करवा दी गई है. दरअसल, मंदिर परिसर में हाल ही में ओंकारेश्वर मंदिर के सामने एक वृक्ष के नीचे श्रद्धालुओं के हाथ मे कलावा बांधने व तिलक लगाने के लिए मंदिर समिति ने आउटसोर्स कर्मचारियों व मंदिर के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है. इसमें गोपाल जोशी, ब्रजेश पाठक व शुभम मिश्रा हैं, जो मंदिर के द्वार बंद होने तक बैठते है.

कलावा बांधते वक़्त दानराशि भेंट करते हैं श्रद्धालु : ऐसे में श्रद्धालु कलावा बांधते वक़्त दानराशि भेंट करके जाते हैं, जो नियम अनुसार मंदिर के कोष में जमा होना चाहिए. लेकिन कर्मचारी इसे अपनी पॉकेट में रख रहे थे. इसकी सूचना मंदिर के ही कर्मचारी ने प्राशासक को दी तो खुलासा हुआ. प्रशासक ने कर्मचारियों की जेब से कुल 1500रुपए निकलवाए और मंदिर के कोष में जमा करवाकर कार्रवाई का भरोसा दिया. ये कर्मचारी हर रोज हजारों रुपये इसी तरह अवैध रूप से जमा रहे थे.

परिवार के साथ जनरल वीके सिंह ने महाकाल के दरबार में झुकाया शीश, खलिस्तानियों को लेकर कही यह बात

ये कोई पहला मामला नहीं : आपको बता दें इससे पहले भी कई बार भस्म आरती दर्शन, vip दर्शन और दानपेटी की राशि श्रद्धालुओं से लेने के मामलों में FIR की करवाई हो चुकी है. बावजूद उसके कर्मचारी बेख़ौफ़ हैं. इस बार सूचना सेवानिवृत्त एक महिला ने प्रशासक को दी. दरअसल, शनिवार को एक महिला सेवानिवृत्त हुई तो प्रशासक ने उन्हें कार्यालय में सम्मान हेतु बुलाया और उन्हें अपने अनुभव साझा करने को कहा कमियां बताने को कहा तो महिला ने बताया कि जब मुझे तिलक काउंटर पर तैनात किया गया था, तब मैंने नोटिस किया था कि कर्मचारी दान की राशि अपनी जेब में रखते हैं. (Three employees keeping donation amount) (Employees were caught in Mahakaleshwar temple)

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल का धाम लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है. श्रद्धालु अपनी आस्था से धनराशि मंदिर के दानपात्र व अलग अलग जगह भेंट करते हैं, लेकिन यहां श्रद्धालुओ की आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है. महाकाल मंदिर में एक बार फिर तीन कर्मचारियों द्वारा दान राशि को अपनी जेब मे रखने के मामले का खुलासा हुआ है. सूचना मिलने पर मंदिर के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने औचक निरीक्षण किया और कर्मचारीयों को रंगे हाथों पकड़ कर उनकी जेब से दान राशि के 1500 रुपए निकलवाए.

दानपेटी से रुपए निकालने का वीडियो वायरल : कर्मचारियों द्वारा दानपेटी से रुपए निकालने का वीडियो भी सामने आया है. इस मामले में प्रशासक का कहना है कि कर्मचारीयों को जांच रिपोर्ट आने तक मंदिर में प्रवेश देने से रोक दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद विधिपूर्वक कार्रवाई होगी. दान राशि मंदिर के कोष में जमा करवा दी गई है. दरअसल, मंदिर परिसर में हाल ही में ओंकारेश्वर मंदिर के सामने एक वृक्ष के नीचे श्रद्धालुओं के हाथ मे कलावा बांधने व तिलक लगाने के लिए मंदिर समिति ने आउटसोर्स कर्मचारियों व मंदिर के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है. इसमें गोपाल जोशी, ब्रजेश पाठक व शुभम मिश्रा हैं, जो मंदिर के द्वार बंद होने तक बैठते है.

कलावा बांधते वक़्त दानराशि भेंट करते हैं श्रद्धालु : ऐसे में श्रद्धालु कलावा बांधते वक़्त दानराशि भेंट करके जाते हैं, जो नियम अनुसार मंदिर के कोष में जमा होना चाहिए. लेकिन कर्मचारी इसे अपनी पॉकेट में रख रहे थे. इसकी सूचना मंदिर के ही कर्मचारी ने प्राशासक को दी तो खुलासा हुआ. प्रशासक ने कर्मचारियों की जेब से कुल 1500रुपए निकलवाए और मंदिर के कोष में जमा करवाकर कार्रवाई का भरोसा दिया. ये कर्मचारी हर रोज हजारों रुपये इसी तरह अवैध रूप से जमा रहे थे.

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ये कोई पहला मामला नहीं : आपको बता दें इससे पहले भी कई बार भस्म आरती दर्शन, vip दर्शन और दानपेटी की राशि श्रद्धालुओं से लेने के मामलों में FIR की करवाई हो चुकी है. बावजूद उसके कर्मचारी बेख़ौफ़ हैं. इस बार सूचना सेवानिवृत्त एक महिला ने प्रशासक को दी. दरअसल, शनिवार को एक महिला सेवानिवृत्त हुई तो प्रशासक ने उन्हें कार्यालय में सम्मान हेतु बुलाया और उन्हें अपने अनुभव साझा करने को कहा कमियां बताने को कहा तो महिला ने बताया कि जब मुझे तिलक काउंटर पर तैनात किया गया था, तब मैंने नोटिस किया था कि कर्मचारी दान की राशि अपनी जेब में रखते हैं. (Three employees keeping donation amount) (Employees were caught in Mahakaleshwar temple)

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