उज्जैन। शिक्षक दिपेन्द्र सिंह गौतम ने रोज सुबह 6 बजे उठकर पैदल 3 किलोमीटर का सफर तय करके बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग पढ़ाने जाते हैं. घट्टीया तहसील के गांव पानबिहार के रहने वाले दिपेंद्र कहते हैं की वे अपना सारा दिन बच्चों को पढ़ाने में ही गुजारते हैं.
दिपेंद्र कक्षा 9 से 12वीं तक के 225 से ज्यादा छात्र- छात्राओं को फिजिक्स और गणित विषय की कोचिंग देतें हैं. दिपेंद्र ने बताया की उनका उद्देश्य हर उस बच्चे को पढ़ाना है, जो होनहार होने के बावजूद अपनी कमजोर माली हालत की वजह से पढ़ाई नहीं कर पा रहें हैं.
आज के जमाने में जहां शिक्षक कोचिंग के माध्यम से बड़ी-बड़ी रकम कमाने में लगे हैं, और मुह मांगी फीस लेकर छात्रों को कोचिंग दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ दिपेंद्र कोचिंग छात्र-छात्राओं से कोई फीस नहीं लेते हैं, हां एब्सेंट रहने वाले छात्रों से वे एब्सेंट फीस लेते हैं, ताकी कोई बच्चा क्लास न छोड़े.
शिक्षक दिपेन्द्र सिंह गौतम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब वर्ग के बच्चे जो महंगी फीस और अन्य वजहों के कारण बाहर जाकर कोचिंग नहीं कर पाते हैं. उनकी अच्छी शिक्षा के लिए गणित और फिजिक्स की कोचिंग संचालित कर रहे हैं. दिपेंद्र ने कहा कि हमारा उद्देश्य है, कि ग्रामीण क्षेत्र का बच्चा भी पढ़ लिखकर अच्छे मुकाम पर पहुंचे. उनका और अपने परिजनों का नाम रोशन कर सके, इसी उद्देश्य से हम मुफ्त कोचिंग संचालित कर रहे हैं.