उज्जैन। हजारों वर्षों में बनने वाले दुर्लभ संयोग पर आज महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित नवग्रह मंदिर में शनि जयंती और अमावस्या के मौके पर शनि भगवान का पूजन और पंचामृत अभिषेक महानिर्वाणी अखाड़े के संत राधेश्याम जी द्वारा पूरे विधि विधान के साथ किया गया. और शनि देव से कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की गई.
गौरतलब है कि कोरोना को देखते हुए महाकाल मंदिर में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. दो गज की दूरी का पालन सख्ती से किया जा रहा है. इतना ही नहीं इस बार कोरोना की वजह से ही महाकाल मंदिर परिसर में भक्तों पर रोक लगाई हुई है इसलिये भक्त भी दर्शन लाभ नहीं ले पाए. आपको बता दें कि सामान्य दिनों में आज के दिन त्रिवेणी संगम और राम घाट पर हजारों भक्त जुटते हैं.
महाकालेश्वर मंदिर पुरोहित समिति के अध्यक्ष अशोक गुरू जी ने की विशेष पूजा
शनि जयंती पर महाकालेश्वर मंदिर पुरोहित समिति के अध्यक्ष अशोक गुरू जी ने शनिदेव की विशेष पूजा की और प्रसाद का वितरण किया. इस मौके पर मंदिर के पुजारी लोकेंद्र गुरू, प्रदीप गुरू और महाकाल मंदिर के सभी पुजारी, पुरोहित और अधिकारी पूजा में उपस्थित रहे.
शनि जयंती : प्राचीन शनि मंदिर में भक्तों ने की पूजा-अर्चना, कोरोना से निजात दिलाने की प्रार्थना
बहरहाल शनि जयंती, शनिचरी अमावस्या पर उज्जैन के त्रिवेणी घाट पर लाखों श्रद्धालु 1 दिन पहले ही उज्जैन पहुंच जाते हैं और मां शिप्रा में डुबकी लगाकर नवग्रह शनि मंदिर के दर्शन कर अपने पुराने वस्त्र, जूते और चप्पल छोड़ जाते हैं, जिसकी नीलामी जिला प्रशासन द्वारा की जाती है. लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार शनि मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध है. जिससे नीलामी भी नहीं होगी.