उज्जैन। उज्जैन जहरीली शराब मामले में जांच के लिए एसआईटी की टीम उज्जैन पहुंच गई है. टीम के सदस्य ने आरोपियों द्वारा शराब बनाए जाने वाले स्थल सहित खारा कुआं थाना और महाकाल थाने का निरीक्षण किया. इसी के साथ ही पुलिसकर्मियों के बयान भी दर्ज किए.
उज्जैन जहरीली शराब कांड : 16 मजदूरों की मौत के बाद SIT ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
टीम के द्वारा पीड़ितों के परिजनों से भी पूछताछ की गई, इसी दौरान एसआईटी के सदस्य राजेश राजौरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, घटना की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए कार्रवाई सही हुई या नहीं, मामले को लेकर सही कदम उठाए गए कि नहीं, वो लोग ये देखने आए हैं. स्पिरिट आरएच 137 लाइट को जब्त किया गया है. इसी को प्रदेशभर में यहां से सप्लाई किया गया. उन्होंने ये भी बताया कि, स्पिरिट का नमूना भी जांच के लिए भेजा गया है. जांच टीम में 3 सदस्य मौजूद थे, जिनमें राजेश राजौरा गृह सचिव, एसके झा, एडीजी, सुशांत सक्सेना रतलाम डीआईजी. टीम हेलवाड़ी और हमालवाड़ी में जांच के लिए जाएगी और कंट्रोल रूम पर भी मृतकों के परिजनों से मुलाकात करेगी.
मध्य प्रदेश : जहरीली शराब पीने से 14 की मौत, एसआईटी गठित
क्या था पूरा मामला ?
शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 16 मजदूरों की लाशें मिली थीं, जो उज्जैन में रहकर मजदूरी किया करते थे. इसके अलावा निनोरा निवासी एक अन्य बुजुर्ग गोपाल मंदिर के सामने बदहवास मिला, जिसने बताया कि, कहारवाड़ी में शंकर नाम के युवक से शराब खरीदी थी. ज्यादातर मजदूर वर्ग वहीं से शराब खरीदते हैं. जिन 16 मजदूरों की मौत हुई है, उन्होंने भी पोटली शराब पी थी. जिसकी वजह से एक साथ सभी की मौत हो गई, दो लोग बेहोश हो गए. मजदूरों के परिजनों का मानना है कि, मजदूर कच्ची शराब पीने का आदी था और 20 रुपए की पोटली खरीद कर पीया करता था.