उज्जैन। उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में आए दिन वीआईपी का आना -जाना लगा रहता है. इसी को देखते हुए महाकाल मंदिर प्रबंधक समिति द्वारा प्रोटोकॉल ऑफिस खोला गया है. इसमें महाकाल मंदिर समिति के कर्मचारियों को अलग-अलग कार्य दिए गए हैं. महाकालेश्वर मंदिर में बीते 1 मई को मध्यप्रदेश लोकायुक्त के परिवार के सदस्य दर्शन के लिए पहुंचे थे. इस दौरान वस्त्र बदलने के लिए वीआईपी के परिवार को परेशान होना पड़ा था. इसे देखते हुए मंदिर प्रशासन ने व्यवस्था से जुड़े करीब 35 लोगों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.
लोकायुक्त का परिवार आया था दर्शन करने : बता दें कि 1 मई को मध्यप्रदेश लोकायुक्त के परिवार के सदस्य दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे थे. उनके परिवार वालों को वस्त्र बदलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. इसकी शिकायत मंदिर समिति से की गई थी. इसके बाद कर्मचारियों को नोटिस थमाए गए. उल्लेखनीय है कि वीआईपी प्रोटोकॉल वाले श्रद्धालु के लिए दर्शन कराने को लेकर मंदिर समिति ने कर्मचारियों की टीम गठित की हुई है. इन कर्मचारियों को प्रोटोकॉल के अलग-अलग व्यवस्था दी गई हैं.
विस्तारीकरण कार्य के कारण कुछ व्यवस्थाएं बदलीं : लोकायुक्त के परिवार की शिकायत पर मंदिर प्रशासन ने प्रोटोकॉल प्रभारी, दर्शन व्यवस्था प्रभारी सहित प्रोटोकॉल से जुड़े करीब 35 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए. कर्मचारियों ने लिखित जवाब भी मंदिर प्रशासन को प्रस्तुत कर दिए हैं. गौरतलब है कि इन दिनों श्री महाकालेश्वर मंदिर में विस्तारीकरण का कार्य चल रहा है, जिसके लिए कुछ व्यवस्थाएं भी परिवर्तित हुई हैं. इन सबके बीच सामान्य श्रद्धालु के अलावा वीआईपी प्रोटोकॉल के माध्यम से आने वाले श्रद्धालुओं को भी दर्शन कराने की जिम्मेदारी मंदिर के कर्मचारियों की रहती है. (notice to 35 employees of Mahakal temple)
(Negligence in VIP treatment in Mahakal temple)