उज्जैन। क्षिप्रा नदी के किनारे राम घाट पर मां क्षिप्रा का पुरोहितों ने हर्बल गुलाल मिले दूध से अभिषेक किया. वहीं कोरोना वायरस से बचने के लिए ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ हवन किया. पुजारियों ने कोरोना वायरस के असर को रोकने के लिए इस हवन को जड़ी-बूटी और औषधियों से संपन्न किया.
होलिका महोत्सव को लेकर रामघाट पर अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज की तीर्थ ईकाई और मित्र पुरोहितों द्वारा मां क्षिप्रा का अभिषेक किया गया.
तीर्थ पुरोहित गौरव उपाध्याय ने बताया कि सनातन संस्कृति में होली का त्योहार अपने आप में महत्वपूर्ण जगह रखता है. होली पर हम सभी से मिलते-जुलते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते औषधि से हवन करने पर इसका नाश हो जाता है, इसलिए हमने विश्व और जनकल्याण की कामना के साथ यह हवन किया है.