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उज्जैन सांसद को नहीं दिखती आदर्श गांव की बदहाली, बोले- जितना विकास कराना था, करा दिया - तारासेवनियां गांव

उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय ने रूपाखेड़ी गांव को आदर्श गांव योजना के तहत गोद लिया था. लेकिन, यहां के लोगों का कहना है कि गांव में अभी उतना विकास नहीं हुआ जितना एक आर्दश गांव में होता है.

तारासेवनियां गांव
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Published : Apr 2, 2019, 10:50 PM IST

Updated : Apr 3, 2019, 5:09 PM IST

उज्जैन। सड़कों पर बहता नालियों का पानी, टूटे हैंडपंप और नल-जल योजना के लिए बनाई गयी सूखी पड़ी पानी की टंकी. ये सूरत है उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय द्वारा गोद लिए गए गांव रूपाखेड़ी की. सांसद ने गांव को गोद लेते वक्त रूपाखेड़ी का रुप बदलने का दावा किया था.

ग्रामीणों को भी लगा था कि आदर्श गांव बनने के बाद गांव की सूरत बदल जाएगी, लेकिन गांव में पसरी गंदगी और पीने के पानी की कमी इस बात की गवाही है कि रूपाखेड़ी के रूप में पिछले पांच सालों में कोई बदलाव नहीं आया है.
भले ही रूपाखेड़ी गांव बदहाली के आंसू बहा रहा हो और ग्रामीण आदर्श गांव की मूलभूत सुविधाओं से महरूम हों, लेकिन सांसद महोदय बढ़े गुमान से कहते हैं कि आदर्श गांव की कोई परिभाषा नहीं जितना काम गांव के विकास के लिए होना था, उतना हमने करवाया है.

उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय के आदर्श गांव की रिपोर्ट।


सांसद जी के विकास के दावों पर जब ग्रामीणों से बात करते हैं तो ये सारे दावे हवा हवाई साबित होते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के नाम पर जितने भी काम शुरु किये गये सब के सब अधूरे पड़े हैं.
अब ग्रामीण चाहें जो कहें, सांसद महोदय ने कह दिया है कि वे अपने गोल लिए गांव को आदर्श ग्राम बना चुके हैं, तब इसे मानना तो पड़ेगा ही. हां ये हो सकता है कि इस आदर्श ग्राम को आदर्श मानने की सांसद की बात से इत्तेफाक रखने पर लोगों को वो कहावत याद आ जाए कि जिसकी लाठी उसकी भैंस.

उज्जैन। सड़कों पर बहता नालियों का पानी, टूटे हैंडपंप और नल-जल योजना के लिए बनाई गयी सूखी पड़ी पानी की टंकी. ये सूरत है उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय द्वारा गोद लिए गए गांव रूपाखेड़ी की. सांसद ने गांव को गोद लेते वक्त रूपाखेड़ी का रुप बदलने का दावा किया था.

ग्रामीणों को भी लगा था कि आदर्श गांव बनने के बाद गांव की सूरत बदल जाएगी, लेकिन गांव में पसरी गंदगी और पीने के पानी की कमी इस बात की गवाही है कि रूपाखेड़ी के रूप में पिछले पांच सालों में कोई बदलाव नहीं आया है.
भले ही रूपाखेड़ी गांव बदहाली के आंसू बहा रहा हो और ग्रामीण आदर्श गांव की मूलभूत सुविधाओं से महरूम हों, लेकिन सांसद महोदय बढ़े गुमान से कहते हैं कि आदर्श गांव की कोई परिभाषा नहीं जितना काम गांव के विकास के लिए होना था, उतना हमने करवाया है.

उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय के आदर्श गांव की रिपोर्ट।


सांसद जी के विकास के दावों पर जब ग्रामीणों से बात करते हैं तो ये सारे दावे हवा हवाई साबित होते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के नाम पर जितने भी काम शुरु किये गये सब के सब अधूरे पड़े हैं.
अब ग्रामीण चाहें जो कहें, सांसद महोदय ने कह दिया है कि वे अपने गोल लिए गांव को आदर्श ग्राम बना चुके हैं, तब इसे मानना तो पड़ेगा ही. हां ये हो सकता है कि इस आदर्श ग्राम को आदर्श मानने की सांसद की बात से इत्तेफाक रखने पर लोगों को वो कहावत याद आ जाए कि जिसकी लाठी उसकी भैंस.

Intro:उज्जैन आलोट सीट के सांसद चिंतामणि मालवीय द्वारा लिए गए गांव का लेखा-जोखा


Body:उज्जैन आलोट लोकसभा सीट से 2014 की लोकसभा चुनाव जीत का सांसद बने चिंतामणि मालवीय का दावा है कि उनके कार्यकाल में पिछले 5 सालों में करीब 4 हजार करोड रुपए के काम हुए हैं जिसमें प्रमुख रुप से रेल विभाग के जिसमें फतियाबाद उज्जैन लाइन सहित कई नई ट्रेनें का उज्जैन होकर निकलना और पेयजल सड़क और ओडीएफ स्वच्छता को लेकर भी करोड़ों के काम किए गए हैं इधर सांसद चिंतामणि मालवीय अपने कार्यकाल में 2 गांव बीगोद लिए और उस पर दावा किया कि करोड़ों रुपए के काम उनके द्वारा कराए गए हैं लेकिन हकीकत देखना हो तो एक बार उस गांव चलिए जिस गांव की तस्वीर बदलने की बात सांसद चिंतामणि कर रहे फिलहाल उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र में कुल 8 विधानसभा क्षेत्र हैं जिसमें 7 उज्जैन की सीट है जिसमें एक उज्जैन उत्तर ,उज्जैन दक्षिण, बड़नगर, तराना, महिदपुर ,नागदा खाचरोद ,घटिया, विधानसभा क्षेत्र आते हैं इसके अलावा रतलाम जिले के आलोट विधानसभा क्षेत्र भी उज्जैन लोकसभा सीट में आता है


Conclusion:उज्जैन लोकसभा सीट के सांसद चिंतामणि मालवीय का दावा है कि रेल लाइन से लेकर पेयजल तक व्यवस्था पर करीब रिकॉर्ड 4 हजार करोड रुपए के विकास कार्य की है पिछले 5 सालों में अब तक ऐतिहासिक काम करने का दावा करने वाले सांसद चिंतामणि मालवीय अपने सबसे बड़े कामों मैं उज्जैन फतियाबाद रेलवे लाइन को फिर से शुरू करवाना उज्जैन इंदौर रेल लाइन का दोहरीकरण एलिम्को का कारखाना सेल की यूनिट उज्जैन के पास लगवाना जिससे को युवाओं को रोजगार देना घर में पाइप लाइन के माध्यम से गैस पहुंचाना जिसके माध्यम से प्लास्टिक कास्टर को अपनी कामों में लेकिन इन सब की सच्चाई आपको बताते हैं सबसे पहले बांध का ग्राम में लगने वाला रेल का कारखाना की बात करें तो पिछले 5 सालों में सिर्फ़ यह काम ही चल रहा है कि जब कि 2 साल से इसको शुरू करने का दावा किया गया था लेकिन आज भी यहां काम चल रहा है अंदर जाकर देखो तो पूरी फैक्ट्री विरान दिखाई देती है इधर गांव वालों का ग्राम के लोगों ने अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं उनका कहना है कि सांसद चिंतामणि मालवीय ने रोजगार देने का वादा किया था नए चुनाव आने वाले हैं लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है सांसद ने पहले बिछड़ा गांव को गोद लिया और फिर बाद में रूपा खेड़ी को आदर्श गांव बनाने की बात करना है चिंतामणि मालवीय लेकिन आप खुद ही देखिए क्या हाल है गांव में ओडीएफ करने की बात कही लेकिन गांव के अस्पताल के कर्मचारी ही बताते हैं कि सोच के लिए अस्पताल के पीछे जाते हैं और गांव वाले सफाई व्यवस्था तो आपको फुटेज से ही पता चल जाएगा कि गांव में कितना साफ सफाई का हाल है प्रधानमंत्री सड़क योजना में सड़क की बात करें तो लेकिन सड़क की हाल भी देख लीजिए पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं एक टंकी रूपा खेड़ी में बनाई है वह भी पंचायत स्तर पर कुल मिला कर किसी भी सूरत में रूपा खेड़ी आदर्श ग्राम तो नहीं दिखता है।


हां अगर शहर की बात करें तो यहां जरूर सांसद के काम किया है उज्जैन शहर में रेलवे की लाइन हो या नई ट्रेन को शुरू करवाने की बात या फिर घर घर में गैस पहुंचाने की बात भी सांसद की सही दिखाई देती है और इन सेक्टर में जरूर काम हुए हैं इसके साथ एलिम्को फैक्ट्री भी लगी है सेल जरूर ओडीएफ हो गया लेकिन यह उपलब्धि नगर निगम उज्जैन की है।



उज्जैन आलोट लोकसभा सीट का इतिहास........


1980 से लेकर 2009 तक आम चुनाव में कांग्रेस केवल 2 बार ही इस सीट पर जीत पाई है पहला 1984 में इंदिरा गांधी की मौत के बाद चली लहर में और दूसरा 2009 के चुनाव में


उज्जैन लोकसभा सीट 1967 से आरक्षित है आज वर्ग के लिए आरक्षित सीट पर 1967 और 1971 के चुनाव में भारतीय जनसंघ के प्रत्याशियों को जीत मिली थी 1977 के चुनाव में भारतीय लोक दल के हुकुमचंद कछुआ जीते थे


2009 के चुनाव में प्रेमचंद गुड्डू कांग्रेस के प्रत्याशी बन गए और कांग्रेस के प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू जीत गए थे



उज्जैन लोकसभा सीट में


कुल विधानसभा 8 है।

कुल मतदाता 1498473 है।

कुल पुरुष 777647 है।

कुल महिला 720818 है।



जहां भी गाने......


कांग्रेसमें लगाता पीसी बार चैंपियन गुड्डू को मैदान में उतारा भाजपा में नए व पुराने चेहरों में खेल को लेकर उलझन 1980 से लेकर 2009 के बीच में हुए चुनाव में कांग्रेस 2 बार जीती है भाजपा के डॉक्टर शैतान जटिया सातवा विजय रहे हैं।




ऑटो सीट..



लोकसभा क्षेत्र में नागदा खाचरोद ,महिदपुर ,तराना ,बड़नगर, घटिया ,उज्जैन उत्तर ,उज्जैन दक्षिण ,और आलोक सहित कुल 8 विधानसभा आती है।



लोकसभा सीट में सबसे ज्यादा प्रभाव अनुसूचित जाति के वोटर फिर पिछड़ा वर्ग के और उसके बाद सामान्य वर्ग है।



बाइट---चिन्तामणि मालवीय संसद उज्जैन आलोट लोकसभा सीट






Last Updated : Apr 3, 2019, 5:09 PM IST
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