उज्जैन। कोरोना वायरस का असर वैवाहिक आयाेजनाें पर भी भारी पड़ रहा है. अप्रैल में 15 तारीख से विवाह मुहूर्त की शुरुआत हो रही थी और इस माह कुल पांच मुहूर्त थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते न सिर्फ अप्रैल, बल्कि मई की शादियां भी कैंसिल हो चुकी हैं. इस साल शादियों के मुहूर्त कम ही हैं. पंडितों, होटल और मैरिज गार्डन संचालकों और कैटरर्स का कहना है कि, शादी के इस सीजन में कारोबार ही ठप हो चुका है.
उज्जैन के पंडित सतीश नागर का कहना है कि, मलमास खत्म होने के बाद 15 अप्रैल से विवाह के शुभ मुहूर्त थे. इसके बाद अक्षय तृतीया, 27 अप्रैल के मुहूर्त हैं. इस दौरान 29 मई से 12 जून तक शुक्र अस्त होने से मुहूर्त नहीं है. 31 जून को देवशयनी एकादशी और 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी है. यानी जुलाई से 24 नवंबर तक विवाह समारोह पर ब्रेक रहेगा. नवंबर में दूसरा मुहूर्त 30 को और दिसंबर में 7 और 9 तारीख को है. इस हिसाब से मई और जून की शादियां टलीं, तो फिर नवंबर में ही फेरे हो पाएंगे.
वहीं होटल संचालक के अनुसार इस बार जो भी बुकिंग शादियों के लिए हुई थी, वे सब रद हो चुकी है. आने वाले समय में शादियां दीपावली के बाद ही होना संभव है, जहां लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पढ़ सकता है, क्योंकि इस साल सभी शादियां एक साथ ही होंगी. वहीं अगले साल भी बहुत कम मुहूर्त हैं. जिसके कारण होटल और गार्डन मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाएंगे. इस बार शादियों के टलने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है और आने वाले समय में मंदी छाने की आशंका है.