उज्जैन। चिमनगंज मंडी थाना पुलिस ने मोबाइल चोरी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. गैंग का लीडर पुलिस वाले का बेटा निकला है. पुलिस ने आरोपी के पास से 11 मोबाइल जब्त किए हैं. पकड़े गए तीनों बदमाश नशे की लत को पूरा करने के लिए वारदात को अंजाम देते थे. बदमाशों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया है. पूरा मामला चिमनगंज मंडी क्षेत्र के कमल कॉलोनी का है. फिलहाल पुलिस चोरों से पूछताछ कर रही है.
स्टेट बैंक के टूटे ताले, पुलिस ने मामला किया दर्ज
नशे के आदि हैं तीनों बदमाश
उज्जैन एसआई रविंद्र कटारे ने बताया कि बदमाश महंगे मोबाइल सस्ते में बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहे थे. पुलिस को पता चला कि तीनों बदमाश चोरी के मोबाइल बेचने की फिराक में हैं. पुलिस ने घेराबंदी की तो एक बदमाश पकड़ लिया. पूछताछ में पता चला कि उसका नाम नितेश पिता बहादुर सिंह निवासी चिमनगंज है. बहादुर सिंह देवास के थाने में एएसआई हैं. नितेश से पूछताछ करने पर पता चला कि उसके साथ दो लड़के भी हैं, अंगपत निवासी सचिन को पुलिस ने पकड़ा है. दोनों ने अपने नाबालिग साथी का पता बताया. पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया है. वहीं तीनों के पास से 11 मोबाइल जब्त हुए हैं. पूछताछ में पता चला है कि आरोपी नानाखेड़ा, जीवाजी गंज थाना, नागझिरी थाना, नीलगंगा थाना, क्षेत्र में भी चोरी कर चुके हैं. तीनों नशे के आदि हैं और नशा करने के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे.
मुख्य सरगना पुलिसकर्मी का बेटा
पकड़े गए तीनों आरोपियों में से नितेश एएसआई बहादुर सिंह का बेटा है. जो कि देवास गेट थाने में पदस्थ हैं. पुलिस के अनुसार तीनों युवक मोबाइल छीनने की वारदात को अंजाम देते थे. नितेश पहले भी कई बार पकड़ा जा चुका है. हर बार उसके पिता थाने में आकर उसे छुड़ा ले जाते थे. इसी का फायदा उठाकर नितेश चोरी की घटनाओं को अंजाम देता रहा है.