उज्जैन। उज्जैन में रेप के आरोपी कॉन्स्टेबल को बचाने के मामले में हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. पुलिस आरक्षक को बचाने के लिए जांच के लिए दिए गए DNA सैंपल में हेरा-फेरी करने की बात सामने आई है. आरोपी को बचाने के लिए उसके एक रिश्तेदार ने अपना स्पर्म सैंपल दिया. इस दौरान मौके पर मौजूद डॉक्टर ने कुछ औपचारिक सवाल किए तो वो हड़बड़ा गया और पूरे मामले की सच्चाई सामने आ गई. इस पूरी साजिश में आरोपी आरक्षक अजय अस्तेय के साथी पुलिसकर्मी भी शामिल थे. इन सभी की कोशिश थी कि डीएनए रिपोर्ट में हेरा-फेरी कर दी जाए, जिससे अजय पर लगे बलात्कार के आरोप झूठे साबित हो जाएं.
शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण
मामले कि सूचना जैसे ही एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल को लगी तो उन्होंने जांच के आदेश दिए. इस षड्यंत्र में तीन लोग शामिल हैं. जिन पर 376 के तहत कार्रवाई होगी.मामला उज्जैन के उन्हेल इलाके का है. न्यू अशोक नगर में किराए के मकान में रहने वाली युवती सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी. युवती की दोस्ती पड़ोस में रहने वाले कॉन्स्टेबल अजय अस्तेय से हुई. पुलिस आरक्षक पर आरोप है कि उसने युवती को शादी का सपना दिखाकर उसका शोषण करता रहा. 4 दिसंबर को युवती को अजय की सगाई किसी अन्य लड़की से होने का पता चला तो कॉन्स्टेबल के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करा दिया.पुलिस ने अजय को थाना नागझिरी क्षेत्र से तत्काल गिरफ्तार कर लिया.
कोर्ट में पेश किए जाएंगे आरोपी
एसपी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ चार दिसंबर को बलात्कार का मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में आरोपी की मेडिकल जांच डीएनए टेस्ट की एक प्रक्रिया होती है. जिसमें साथी आरक्षक ने धोखे से उसमें आरोपी को बचाने के लिए अपना टेस्ट करवा दिया. पता चलने पर मामले को तत्काल संज्ञान में लिया गया और साथी आरक्षक से पूछताछ की गई. तो महिला थाने का आरक्षक था. इस मामले में तीन लोग शामिल हैं. सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.