उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में चल रहे विस्तारीकरण को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, कलेक्टर आशीष सिंह और निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल ने निर्माण कार्यों का अवलोकन किया, जिसके चलते क्षेत्र के रहवासी थोड़ा डरे हुए है, क्योंकि उन्हें यह भय है कि योजना के तहत उनका मकान और दुकान न तोड़ा जाए.
जनप्रतिनिधि और अधिकारियों का अचानक दौरा
प्रशासन महाकालेश्वर मंदिर के पीछे चल रहे निर्माण कार्यों को तेज गति से करने में लगा हुआ है. मंदिर के पीछे सुंदरीकरण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें कई देवी- देवताओं की मूर्ति स्थापित की जा रही है. वहीं जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने इंजीनियर द्वारा निर्माण कार्य के लिए बनाए गए ब्लू प्रिंट का जायजा लिया. उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मास्टर प्लॉन के तहत कराए जा रहे निर्माण कार्य में श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था की जाए. जन सुविधा केंद्र भी बनाया जाए.
भाजपा विधायक पारस जैन ने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए कि मुख्य मार्ग से महाकालेश्वर मंदिर के शिखर दर्शन आसानी से हो सकें. वहीं सांसद ने कहा कि पूरे शहर में जितने भी एलईडी स्क्रीन संचालित की जा रही है, उन्हें महाकाल के लाइव दर्शन की व्यवस्था कराई जाए. निर्माण क्षेत्र में आपदा प्रबंधक का विधिवत प्रस्ताव अलग से तैयार किया जाए.
महाकाल मंदिर के प्रशासक और जनप्रतिनिधि शामिल रहे
अवलोकन के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के अलावा महाकाल मंदिर के प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी, यूडीए सीईओ सूजन सिंह रावत, स्मार्ट सिटी के सीईओ जितेंद्र सिंह चौहान, नगर निगम, स्मार्ट सिटी के इंजीनियर मौजूद रहे. उन्होंने जनप्रतिनिधियों को आमजन की सुविधा के संबंध में हर बात को स्पष्ट किया.
मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि योजना से किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा. विगत दिनों मंदिर समिति की बैठक में चौड़ीकरण का प्रस्ताव पारित हुआ. सीएम शिवराज सिंह ने भी 500 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट सिटी के कार्य की अनुमति दी है.