उज्जैन। शिप्रा नदी के त्रिवेणी घाट स्टॉप डेम के पास बने नए घाट के नजदीक 26 फरवरी से लगातार धमाके होने की सूचना मिल रही थी, जिससे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने भूगर्भीय जानकारों और जांच के लिए GSI की टीम को इसकी जानकारी दी, जिसने अपनी अनुमान में मिथेन और इथेन गैस की संभावनाएं जताई है.
जिसके तत्काल बाद जिलाधीश ने ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) उत्तराखंड की टीम को देहरादून से जांच हेतु आमंत्रित किया. टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर पानी और व मिट्टी के 8 सैंपल लिए गए, जिसे देहरादून में जांच हेतु लेब में भेजा जाएगा. विस्फोट होने की स्थिति की जांच अधिकारियों के मुताबिक 12 से 15 दिनों में स्पष्ट हो पाएगी.
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देहरादून के ONGC लैब में होगी सैंपल की जांच
उत्तराखंड से जांच हेतु आए ONGC के प्रबंधक अमित कुमार सक्सेना ने मीडिया को अधिक जानकारी देते हुए बताया कि प्राथमिक जांच में कुछ भी कहना संभव नहीं है. उन्होंने बताया हम 2 सदस्यीय टीम लेकर यहां पहुंचे हैं, हमने 8 सैंपल पानी और मिट्टी के लिए हैं. 15 दिनों में इसकी रिपोर्ट आएगी, इसे जांच हेतु देहरादून लैब भेजा जाना है.
गैस होने की जानकारी को लेकर उन्होंने कहा है कि ना ही हमें पानी में किसी प्रकार की गैस के बुलबुले दिखाई दिए हैं, कुछ भी कहना संभव नहीं है. रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी.