उज्जैन। कोरोना वायरस के चलते लगातार उज्जैन में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. वहीं उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में लगातार मरीजों की मौत होने के कारण विवादों में भी पड़ता नजर आ रहा है. नयापुरा उज्जैन कॉलोनी में रहने वाले विमलचंद जैन की 30 अप्रैल की दोपहर आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है.
स्वास्थ्य विभाग नहीं पहुंचा सैंपल लेने
4 मई को विमलचंद जैन की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद परिजनों का आरोप है कि घर के बाहर और कॉलोनी में बैरिकेडिंग लगाकर उसे कंटेंटमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया. इसके बाद भी मृतक की मां पत्नी और बेटी समेत दो पोते का सैंपल लेने स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची. वहीं घर की गैलरी से हाथ जोड़कर रोते हुए बेटी ने कहा कि पिता को कोई तकलीफ नहीं थी, सिर्फ शुगर की बीमारी थी.
उज्जैन में अब तक 40 लोगों की मौत
उज्जैन जिले में कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसारते जा रहा है. जिसके कारण उज्जैन में अब तक 184 मरीजों की संख्या हो चुकी है. जिसमें मरने वालों की संख्या 40 तक पहुंच गई है. उज्जैन के मेडिकल कॉलेज आरडी गार्डी में जितने भी मरीजों की मौत हुई है, उनके परिजनों ने अव्यवस्थाओं को लेकर आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज पर आरोप लगाए हैं. वहीं विमलचंद जैन को शुगर की बीमारी थी, उनकी पत्नी उन्हें जब निजी अस्पताल लेकर पहुंची तो वहां डॉक्टरों ने उन्हें आरडी गार्डी ले जाने के लिए कह दिया. वहीं उनकी पत्नी ने रिपोर्ट आने का इंतजार करने की बात कही तो डॉक्टरों ने उनकी नहीं सुनी और उन्हें आरडी गार्डी रेफर कर दिया गया.
विमलचंद ने परिजनों को फोन कर बताया अस्पताल का हाल
विमलचंद जैन ने अपने परिवार वालों को फोन कर बताया कि उन्हें रात से खाना नहीं दिया गया है. वहीं उनका सैंपल ले लिया गया है, लेकिन यहां कुछ भी ठीक नहीं लग रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें इस अस्पताल में नहीं रहना है, यहां से ले चलो. जिसके बाद शाम 5 तक पता चला कि विमलचंद जैन की आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में मृत्यु हो गई. वहीं रात 9 बजे उनके शव को श्मशान घाट पहुंचा दिया गया. जिसके बाद परिवारवालों ने लापरवाही का आरोप लगाया है.