उज्जैन। शहर के 4 कोरोना संक्रमितों को घरों पर ही इलाज दिए जाने की शुरुआत कर दी गई है, इनमें महाश्वेता नगर, अलखनंदा नगर, प्रकाश नगर सहित एक अन्य स्थान के रोगी शामिल हैं. रोजाना इन रोगियों की जांच के लिए सुबह-शाम डॉक्टर उनके घर पहुंचते हैं, उनसे बातें करते हैं. साथ ही अपनी निगरानी में दवा खिलवाते हैं और जरूरी सलाह देते हैं.
परिजनों को भी उनके बारे में बताते हैं. होम आइसोलेशन की इस सुविधा का सबसे बड़ा फायदा ये है कि रोगी घर के ही माहौल में रहता है, उसमें आत्मविश्वास रहता है. बीमारी का डर मन में नहीं रहता है.
शासन की नई गाइड लाइन और निर्देश के अनुरूप ए सिमटेमेटिक कोरोना संक्रमित चार रोगियों को होम आइसोलेशन में रखकर इलाज दिया जा रहा है. सभी की सेहत में सुधार है. सीएमएचओ डॉ. महावीर खंडेलवाल के अनुसार शासन के निर्देश पर पिछले सप्ताह आए थे, जिसमें स्पष्ट किया था कि कम या बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव ऐसे रोगी जिनके घर में अलग से अटैच बाथरूम और अन्य सुविधाएं हैं, वे होम आइसोलेशन में रह सकेंगे.
होम आइसोलेशन की इस सुविधा के साथ कुछ पाबंदियां भी हैं, जैसे कि रोगी को घर से बिल्कुल भी बाहर नहीं निकलना है. अपने कमरे में ही रहना है. अपने कपड़े-बर्तन और अन्य नित्य की वस्तुओं का उपयोग कर उन्हें दूसरों की पहुंच से अलग रखना है. इन रोगियों को डॉक्टर के मोबाइल नंबर दे रखे हैं, ताकि कभी भी किसी प्रकार की तकलीफ हो तो वे उन्हें फोन कर तुरंत बुला सकें.