उज्जैन। जिले में नगर निगम और प्रशासन की टीम ने देवास गेट थाने के पीछे सिंधिया ट्रस्ट पर बने मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की. इस दौरान वाल्मीकि समाज की महिला ने सिंधिया ट्रस्ट के मैनेजर पर खुद से बदसलूकी का आरोप लगाया. इस घटना के बाद वाल्मीकि समाज के लोगों ने देवास गेट थाने का घेराव कर दिया और मैनेजर पर कार्रवाई करने की मांग की. वहीं इस मामले की जानकारी लगते ही सीएसपी मौके पर देवास गेट थाने पहुंचे, जहां वाल्मीकि समाज के लोगों को जांच का आश्वासन दिया.
बता दें कि नगर निगम और प्रशासन की टीम ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में देवास थाने के पीछे सिंधिया ट्रस्ट की जमीन पर बरसों से बने मकान में रह रहे दो परिवारों को बेघर कर दिया और मकान को तोड़ दिया. वहीं निगम की टीम जब कार्रवाई करने पहुंची, तो वृद्ध ने अधिकारियों के हाथ जोड़कर कार्रवाई को रोकने की मांग की, लेकिन अधिकारियों ने मकान पर जेसीबी चला दी.
वहीं इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया, जब वाल्मीकि समाज के लोगों ने सिंधिया ट्रस्ट के मैनेजर पर महिला के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव किया. लोगों ने मैनेजर पर जातिसूचक शब्दों के साथ जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया.
समाज के लोगों का कहना है कि पीड़ित लोगों को किसी भी तरह का नोटिस ट्रस्ट की ओर से नहीं दिया गया और बिना बताए ही कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. पीड़ित परिवार ट्रस्ट को पिछले 60 सालों से किराया देता आ रहा है, जिसकी रसीद भी उनके पास मौजूद है.