उज्जैन। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में नेताओं की बयानबाजियों जोरों पर है. चुनावी सभाओं में नेताओं के बीच जमकर एक-दूसरे पर टीका-टिप्पणी की जा रही है. बीते दिन ही दतिया में नरोत्तम मिश्रा जहां हेमा मालिनी को नचवाने वाली बात कही. वहीं अब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का बयान सामने आया है. इससे पहले बता दें कि एमपी के चुनाव में राम मंदिर की भी एंट्री हो गई है. कमलनाथ के दिए बयान के बाद से सियासत जारी है. इसी मुद्दे पर उज्जैन में कैलाश विजयवर्गीय ने निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता सोनिया गांधी पर बयान दिया है.
विजयवर्गीय ने सोनिया गांधी को आंटी कहा: कैलाश विजयवर्गीय शुक्रवार को महाकाल नगरी उज्जैन आए. यहां वे घटिया विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी सतीश मालवीय के नामांकन दाखिल करने के लिए पहुंचे था. इस दौरान उज्जैन में सभा को संबोधित करते हुए विजयवर्गीय ने सोनिया गांधी को 'आंटी' कहा. कैलाश ने कमलनाथ के बयान पर बोलते हुए कहा कि "भगवान राम तो सबके हैं, हमने कब कहा कि राम आपके नहीं हैं, लेकिन जब कोर्ट में आपकी पार्टी के नेताओं ने यह एफिडेविट दिया कि राम काल्पनिक हैं, तो यह सब आपने सोनिया आंटी के इशारे पर ही किया था ना."
कांग्रेसियों को राम की शरण में जाने की सलाह: विजयवर्गीय ने कहा कि बीजोपी ने जो कहा वह करके दिखाया. हमने कहा कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तो हमने मंदिर वहीं बनाया, लेकिन दिग्विजय सिंह कहते थे कि तारीख नहीं बताओगे, तो अब तारीख भी बता दी है. 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि दिग्विजय सिंह मैं आपसे और आपकी आंटी सोनिया और कपड़े वाले मित्र कमलनाथ से निवेदन करना चाहता हूं, कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. आपने आजादी के बाद से इस देश का बहुत शोषण किया है, जनता को आपको माफ नहीं करेगी, लेकिन हमारे राम बड़े दयालु हैं, वहां जाकर शरणागत हो जाना, भगवान राम आपको माफ कर देंगे आपके सारे पाप धुल जाएंगे."
कमलनाथ ने राम मंदिर पर क्या दिया था बयान: इसके साथ ही कैलाश विजयवर्गीय ने जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी की तारीफ की. बता दें विजयवर्गीय के पहुंचने पर बीजेपी ने उज्जैन में एक विशाल रैली निकाली. जिसमें सांसद अनिल फिरोजिया भी शामिल हुए. गौरतलब है कि बीते दिन एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में नामांकन दाखिल करने के पहले बयान दिया था. जिसको लेकर बीजेपी का हर नेता अब उन पर हमलावर है. कमलनाथ ने कहा था कि "राम मंदिर बीजेपी का नहीं, बल्कि सनातन का प्रतीक है."