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बाबा महाकाल को चढ़ने वाले दूध की होगी जांच, मिलावट पाए जाने पर होगी कार्रवाई - दूध का सैंपल

बाबा महाकाल को अर्पित होने वाले दूध में मिलावट की बात के चलते दूध का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है.

बाबा महाकाल पर अर्पित करने वाले दूध की जांच होगी
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Published : Sep 1, 2019, 3:23 PM IST

उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में खाद्य विभाग ने बाबा को अर्पित होने वाले दूध का नमूना महाकाल मंदिर के सामने लगने वाली दुकानों से लिया गया है. भाग को शिकायत मिली थी की वो दूध में पानी मिलाकर श्रद्धालुओं को बेच रहे हैं.

बाबा महाकाल पर अर्पित करने वाले दूध की जांच होगी

विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल को अर्पित होने वाले दूध की गुणवत्ता जांच करने के लिए कलेक्टर के निर्देश ने खाद्य विभाग की टीम दूध की जांच करने के निर्देश दिये थे. जिसके बाद खाद्य विभाग टीम ने औचक निरीक्षण कर दुकानों पर विक्रय होने वाले दूध का नमूना लिया है. दूध जांच के लिए सैंपल को भोपाल स्थित लैब भेजा जाएगा, वहां से 15 दिन में जांच रिपोर्ट मिलेगी.

औचक जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि मंदिर समिति की दुकानदारों के पास प्रसाद विक्रय के लिए खाद्य विभाग से मिलने वाला लाइसेंस भी उपलब्ध नहीं था और जो दूध भगवान को चढ़ाने श्रद्धालु ले जाते है उसमें आधा दूध था और आधा पानी मिला होता है. बता दें कि भगवान महाकाल के शिवलिंग सरक्षण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने भी शुद्ध सामग्री भगवान को अर्पित हो इस संबंध में दिशा निर्देश दिए हैं.

मंदिर परिसर के बाहर करीब 100 से अधिक पूजन सामग्री विक्रय करने वाली दुकानें है, लेकिन इन दुकानों पर खाद विभाग से जारी होने वाला खाद्य सामग्री विक्रय का लाइसेंस किसी के पास नहीं है. वहीं दुकानदारों ने बताया कि वे डेयरी से दूध लाकर लोटे में जल और दूध मिलाकर आने वाले दर्शनार्थियों को उपलब्ध कराते हैं. खाद्य निरीक्षक देवलिया ने बताया कि जांच में लिया दूध भोपाल स्थित लेब में टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट करीब 15 दिन में मिलेगी.

उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में खाद्य विभाग ने बाबा को अर्पित होने वाले दूध का नमूना महाकाल मंदिर के सामने लगने वाली दुकानों से लिया गया है. भाग को शिकायत मिली थी की वो दूध में पानी मिलाकर श्रद्धालुओं को बेच रहे हैं.

बाबा महाकाल पर अर्पित करने वाले दूध की जांच होगी

विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल को अर्पित होने वाले दूध की गुणवत्ता जांच करने के लिए कलेक्टर के निर्देश ने खाद्य विभाग की टीम दूध की जांच करने के निर्देश दिये थे. जिसके बाद खाद्य विभाग टीम ने औचक निरीक्षण कर दुकानों पर विक्रय होने वाले दूध का नमूना लिया है. दूध जांच के लिए सैंपल को भोपाल स्थित लैब भेजा जाएगा, वहां से 15 दिन में जांच रिपोर्ट मिलेगी.

औचक जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि मंदिर समिति की दुकानदारों के पास प्रसाद विक्रय के लिए खाद्य विभाग से मिलने वाला लाइसेंस भी उपलब्ध नहीं था और जो दूध भगवान को चढ़ाने श्रद्धालु ले जाते है उसमें आधा दूध था और आधा पानी मिला होता है. बता दें कि भगवान महाकाल के शिवलिंग सरक्षण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने भी शुद्ध सामग्री भगवान को अर्पित हो इस संबंध में दिशा निर्देश दिए हैं.

मंदिर परिसर के बाहर करीब 100 से अधिक पूजन सामग्री विक्रय करने वाली दुकानें है, लेकिन इन दुकानों पर खाद विभाग से जारी होने वाला खाद्य सामग्री विक्रय का लाइसेंस किसी के पास नहीं है. वहीं दुकानदारों ने बताया कि वे डेयरी से दूध लाकर लोटे में जल और दूध मिलाकर आने वाले दर्शनार्थियों को उपलब्ध कराते हैं. खाद्य निरीक्षक देवलिया ने बताया कि जांच में लिया दूध भोपाल स्थित लेब में टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट करीब 15 दिन में मिलेगी.

Intro:उज्जैन खाद्य विभाग ने बाबा महाकाल को अर्पित होने वाले दूध का नमूना महाकाल मंदिर के सामने लगने वाली दुकानों से लिया, दूध में पानी मिलाकर बेच रहे थे श्र्धलुओ को।

Body:उज्जैन विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल को अर्पित होने वाले दूध की गुणवत्ता जांचने के लिए कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग की टीम ने आकस्मिक निरीक्षण कर दुकानों पर विक्रय होने वाले दूध का नमूना लिया है। दूध जांच के लिए भोपाल स्थित लेब में जाएगा। वहां से 15 दिन में जांच रिपोर्ट मिलेगी। आकस्मिक जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि मंदिर समिति की दुकानदारों के पास प्रसाद विक्रय के लिए खाद्य विभाग से मिलने वाला लाइसेंस भी उपलब्ध नहीं था। और जो दुध भगवान को चढ़ाने श्रद्धालु ले जाते है उसमे आधा आधा दूध मिला होता है। आपको बता दें कि भगवान महाकाल के शिवलिंग क्षरण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने भी शुद्ध सामग्री भगवान को अर्पित हो इस संबंध में दिशा निर्देश दिए हैं।




Conclusion:महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आस्था के साथ भगवान महाकाल का पूजन अभिषेक करने आते हैं। इस दौरान मंदिर परिसर के बाहर स्थित दुकानों से मिलने वाले पूजन सामग्री व दूध आदि लेते हैं। दुकानों पर मिलने वाली सामग्री कितनी शुद्ध है। इसको लेकर कलेक्टर शशांक मिश्र के निर्देश पर खाद्य विभाग के खाद्य निरीक्षक बीएल देवलिया के निर्देशन में टीम ने आकस्मिक जांच की। इस दौरान परिसर के बाहर स्थित करीब 8 दुकानों से दूध के नमूने लिए हैं। यह दूध जांच के लिए भोपाल भेजा जाएगा। विभागीय अधिकारियों ने जब जांच के दौरान दुकानों पर रखे प्रसाद विक्रय करने का लाइसेंस मांगा तो दुकानदारों ने लायसेंस होने से भी इंकार कर दिया। खास बात यह है कि मंदिर परिसर के बाहर करीब 100 से अधिक पूजन सामग्री विक्रय करने वाली दुकानें है, लेकिन इन दुकानों पर खाद विभाग से जारी होने वाला खाद्य सामग्री विक्रय का लाइसेंस किसी के पास नहीं है। वही दुकानदारों ने बताया कि वे डेयरी से दूध लाकर लोटे में जल और दूध मिलाकर आने वाले दर्शनार्थियों को उपलब्ध कराते हैं। खाद्य निरीक्षक देवलिया ने बताया कि जांच में लिया दूध भोपाल स्थित लेब में टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट करीब 15 दिन में मिलेगी।

बाइट --- बीएल देवलिया (खाद्य निरीक्षक)
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