उज्जैन। सावन के महीने में हजारों की तादाद में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए आते हैं. 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकाल मंदिर में सावन के महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है और उसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति और जिला प्रशासन व्यवस्था बनाने में जुटा है. श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना नहीं उठा पड़े. मंदिर में आने वाले श्रद्धालु आसानी से बाबा महाकाल के दर्शन कर सकें, इस बारे में प्लान तैयार किया जा रहा है.
गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध पर विचार : निर्माण कार्य के चलते इस बार श्रावण माह में आने वाले भक्तों को सहजता से दर्शन कराने के लिए मंदिर और जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी प्लान तैयार कर रहे हैं. उज्जैन के सिद्ध आश्रम से श्रद्धालु अपनी कार पार्किंग कर चारधाम मंदिर की ओर से पैदल भ्रमण कर दर्शन कर सकें, इसका माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए श्रावण के दौरान गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है.
कावड़ यात्रियों के लिए अलग से प्लान : आम श्रद्धालु और 250 का टिकट लेकर शीघ्र दर्शन करने वाले श्रद्धालु और कावड़ यात्रियों के लिए अलग से प्लान बन रहा है. मंदिर समिति द्वारा सामान्य दर्शन और 250 रुपए टिकट वाले दर्शन और कावड़ यात्रियों को हरसिद्धि से बैरिकेट्स जरिए प्रवेश देने पर विचार हो रहा है. इस बार श्रद्धालुओं को वर्षा और धूप से बचाव के लिए टीन शेड लगाए जाएंगे. इससे यदि तेज वर्षा भी हो तो श्रद्धालु टीन शेड में सुरक्षित दर्शन हो सकेंगे.
सामान्य श्रद्धालुओं के लिए फेसेलिटी सेंटर : सामान्य श्रद्धालुओं के लिए सिद्ध आश्रम के पास फेसेलिटी सेंटर बनाया जाएगा. यहीं पर जूता स्टैंड, क्लॉक रूम, टिकट काउंटर, प्रसाद काउंटर तैयार कर हरसिद्धि चौराहे से बैरिकेट्स के माध्यम से अन्नक्षेत्र के सामने से होकर शंख चौराहे से फेसेलिटी सेंटर में प्रवेश देंगे. श्रद्धालु टनल टू से होकर कार्तिकेय मंडपम् से होकर गणेश मंडपम् तक पहुंचेंगे. वापसी में निर्गम रैम्प से होकर बाहर निकलेंगे. वापसी में भी बैरिकेट्स से होकर हरसिद्धि चौराहे तक पहुंचकर अपना सामान व जूते-चप्पल ले सकेंगे.
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वीआईपी और पंडित व प्रेस लिए व्यवस्था : वीआईपी और पंडित व प्रेस लिए अलग व्यवस्था होगी. ये लोग बेगम बाग से होते हुए मंदिर समिति के वैकल्पिक वाहन ई-रिक्शा से महाकाल मंदिर प्रशासनिक भवन के सामने फेसेलिटी से प्रवेश कर सकेंगे व अलग बैरिकेट्स से होकर नंदी हाल के पीछे से दर्शन कर इसी मार्ग से वापस बाहर निकलेंगे. मंदिर में जाने के लिए पंडे-पुजारी और प्रेस के लिए चार नंबर गेट से प्रवेश की व्यवस्था और वहीं से निर्गम की व्यवस्था रहेगी. (Micro plan in Mahakaleshwar temple) (Darshan in Mahakaleshwar temple in Shravan)