उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में देश-विदेश से श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए आते हैं और इतने में श्रद्धालु भगवान महाकाल का प्रसाद अपने साथ ले जाना नहीं मिलते हैं, क्योंकि भगवान महाकाल को चढ़ने वाला लड्डू शुद्ध घी से बनाया जाता है. श्रद्धालु 5 किलो 10 किलो लड्डू अपने साथ ले जाते हैं, लेकिन पहले लड्डू ₹360 किलो श्रद्धालुओं को मिलता था. लेकिन अभी पिछले हफ्ते ही महाकाल प्रबंधक समिति की बैठक हुई थी, उसमें फैसला किया गया कि लड्ड पर ₹40 की बढ़ोतरी की जाए और 1 जुलाई से लड्डू ₹400 किलो हो गया है.
महाकाल समिति झेलेगी नुकसान: उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के मंदिर में सूजी का लड्डू श्रद्धालुओं को मिलता है और जहां लड्डू महाकाल प्रबंधक समिति के द्वारा बनवाया जाता है, जिसमें लड्डू पहले ₹360 किलो मिलता था. लेकिन 1 जुलाई से लड्डू की कीमत बढ़ा दी गई है, जिसमें ₹40 की बढ़ोतरी की गई है और अब लड्डू ₹400 किलो मिलेगा. बावजूद इसके महाकाल समिति को 80 पैसे का नुकसान झेलना पड़ेगा, क्योंकि महाकाल समिति नो प्रॉफिट नो लॉस में लड्डू की बिक्री करती है, लेकिन अफसरों को ₹40 ज्यादा देना होंगे.
अब इतने रुपये के मिलेंगे प्रसादी लड्डू: उज्जैन महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि "उज्जैन महाकाल मंदिर समिति लड्डू प्रसाद का विक्रय बिना लाभ-हानि के करती है, वर्तमान में लड्डू प्रसाद बनाने में समिति को 4 सौ रूपए 80 पैसे प्रतिकिलो का खर्च हो रहा है. शनिवार से प्रसाद के पैकेट के भाव 100 ग्राम 50 रूपए, 200 ग्राम 100 रूपए, 500 ग्राम 200 रूपए और 1 किलो प्रसाद की कीमत 400 रूपए हो गई है. गौरतलब है कि महाकाल मंदिर के लड्डू प्रसाद देशभर के श्रद्धालु अपने साथ लेकर जाते हैं, आगामी श्रावण महिने के दौरान लड्डू प्रसाद की खपत बढ़ जाएगी."