उज्जैन। शहर में लगातार बढ़ रहे घुसखोरी के मामलों पर लगाम लगाने के लिए लोकायुक्त डीएसपी मैदान में उतर गए है. लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा घुसखोर पंचायत सचिव को रंगे हाथ पकड़ने को लिए ग्रामीण फरियादी के साथ पंचायत सचिव के पास पहुंचे. लेकिन पंचायत सचिव को कुछ क देर बाद ही भनक लग गई की ये व्यक्ति ग्रामीण नहीं है. भनक लगते ही सचिव वहां से भाग निकला, सचिव को भागता देख लोकायुक्त डीएसपी भी सचिव के पिछे पैसे देने के लिए भागे. सचिव भागते हुए बोला मुझे पैसे नहीं चाहिए मैं आपका काम कर दुंगा.
- सचिव ने नहीं ली रिश्वत की राशी
दरअसल आवेदक ईश्वर सिंह आर्य तहसील झारडा से कूप खनन योजना के अंतर्गत मस्टर का भुगतान करने के लिए ग्राम पंचायत वनसिंग के पंचायत सचिव रतन लाल चौहान ने आवेदक से 15 हजार की रिश्वत मांग की. पंचायत सचिव ने आवेदक को रिश्वत की राशि लेकर बुलाया था. उप पुलिस अधीक्षक वेदांत शर्मा के नेतृत्व में ट्रैप दल आवेदक को लेकर ग्राम बोल खेड़ा में पहुंचा. आवेदक को रिश्वत की राशि देने के लिए पंचायत सचिव रतन लाल चौहान के घर भेजा गया. जब आवेदक रिश्वत की राशि देने आरोपी पंचायत सचिव के घर पहुंचा तो पंचायत सचिव को ट्रैप होने की आशंका और ट्रैप दल की भनक लग गई. भनक लगते ही आरोपी सचिव ने आवेदक से रिश्वत की राशि नहीं ली.
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- सचिव पर किया मामला दर्ज
रतनलाल चौहान ने आवेदक से बातचीत के दौरान रिश्वत की मांग किए जाने की पुष्टि और बातचीत के दौरान 500 रुपए रिश्वत के रूप में लिए थे. जिससे अपराध घटित होना प्रमाणित पाए जाने के कारण लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के अंतर्गत पंचायत सचिव रतन लाल चौहान के विरुद्ध अपराध पंजीकृत कर विवेचना में लिया है.