उज्जैन। मशहूर कवि व कथावाचक कुमार विश्वास ने वीडियो जारी कर कहा कि कल शिप्रा के तट पर उज्जैनी में बहुत खराब स्वास्थ्य और बुखार के बावजूद महाकाल बाबा की कृपा रही तो 2 घंटे में श्री राम कथा और उसकी प्रासंगिता पर बोल सका. कथा प्रसंग में मेरे कार्यालय में काम करने वाले एक बालक के विषय में मैंने एक टिप्पणी की. जो संयोग से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में कार्य करता है. वह पढ़ता-लिखता कम है लेकिन बोलता ज्यादा है. इसलिए मैंने उससे कहा कि तुम पढ़ा करो. तुम पढ़ते नहीं हो. वामपंथी कुपढ हैं और तुम अनपढ़ हो.
विघ्न संतोषियों ने मामला बिगाड़ा : कुमार विश्वास ने कहा कि सिर्फ इतनी सी बात मैंने कही और इसे कुछ विघ्न संतोषियो ने ज्यादा फैला दिया. आज मुझे ऐसा समाचार मिला है मित्रों से. उन्होंने बताया कि हम कथा को भंग करेंगे तो भाई ध्यान रखिए. राम की कथा कौन भंग करता हैं. मैं उज्जैन के अपने सभी मित्रो से आग्रह करता हूं आयोजन स्थल पर पहुंचें और में जो बोल रहा हूं. उसका अर्थ उसी तरह लगाएं जो मैं बोल रहा हूं. यदि आप किसी नए अर्थ में समझेंगे तो उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं. कुमार विश्वास ने आगे कहा कि तदुपरांत आपकी सामान्य बुद्धि में यह प्रसंग किसी और तरह से चला गया है तो उसके लिए मैं क्षमा चाहता हूं. मुझे माफ करें. दो से ढाई घंटे में भगवान राम की कथा से जो उत्सवपूर्वक नवनीत निकले उसे लेने का प्रयास करें. मैं आज भगवान राम से प्रार्थना करूंगा कि जिन्होंने भी ये विघ्न संतोष पैदा किया है, उनकी बुद्धि में मलीनता को दूर करें.
ये बोला कुमार विश्वास ने : कुमार विश्वास ने कहा कि मैं दोबारा कहता हूं वह कथन मेरे कार्यालय में कार्य करने वाले बालक के बारे में था. मेरे पिता भी कहते हैं बहुत मूर्ख हो तुम. मेरे बड़े भाई संघ में हैं, ऐसी बाते सभी बोलते हैं लेकिन मैंने उस लड़के से बोला क्योंकि आयु में वह बहुत छोटा बच्चा है. आपको अपना मानकर उस वक्तव्य को मैंने साझा कर दिया. कुमार विश्वास ने कहा कि आप आइए और 'शंकर के राम' प्रसंग को सुनिए. दो विभूतियों के संयोजन पर कहने का बड़ा मन है. ऐसा मन दीजिए कि अच्छे से बोल पाऊं. गला भी ठीक हो जाए. बुखार भी उतर पाए. महाकाल बाबा कृपा करें. राघवेंद्र सरकार राम सबका कल्याण करें.
MP: महाकाल की नगरी में कुमार विश्वास ने सुनाई राम कथा, RSS को बताया अनपढ़ और वामपंथियों को कुपढ़
कैसे शुरू हुआ विवाद : दरअसल, उज्जैन में विक्रमोत्सव कार्यक्रम के तहत 21 से 23 फरवरी तक रामकथा का आयोजन किया गया है. कुमार विश्वास ने बजट पर चर्चा करते हुए आरएसएस को अनपढ़ और वामपंथियों को कुपढ़ कह दिया. विश्वास ने कहा था बजट आने वाला था. मैं अपने स्टूडियो पर खड़ा था. एक बच्चे ने मोबाइल ऑन कर दिया. वो बच्चा हमारे साथ काम करता है. संघ में काम करता है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में काम करता है. मुझसे बोला भैया बजट आ रहा है, कैसा आना चाहिए. इस पर मैंने कहा कि तुमने तो राम राज्य की सरकार बनाई है तो राम राज्य वाला बजट आना चाहिये. वो बोला राम राज्य में कहां बजट होता था तो मैंने कहा कि समस्या तुम्हारी यही है कि वामपंथी तो कुपढ़ हैं और तुम अनपढ़ हो. इस देश में दो ही लोगो का झगड़ा चल रहा है. एक वामपंथी हैं वो कुपढ़ हैं. उन्होंने पढ़ा सब है, लेकिन गलत पढ़ा है और एक ये वाले हैं जिन्होंने पढ़ा ही नहीं है. ये सिर्फ बोलते हैं.