उज्जैन। दुनियाभर में महाकाल की नगरी के अलावा कृष्ण के शिक्षा के मान से जाने वाले उज्जैन कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर काफी शांति रही. श्री कृष्ण की शिक्षास्थली महर्षि सांदिपनी आश्रम में भगवान कृष्ण का पंचामृत से विशेष पूजन अभिषेक हुआ, भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया, इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव भी मौजूद रहे. लेकिन कोरोना संकट के कारण इस बार आम श्रद्धालु इसमें शामिल नहीं हो सके.
उज्जैन वैसे तो उज्जैन को महाकाल की नगरी के रूप में जाना जाता है लेकिन उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली भी है. द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण 11 वर्ष की उम्र में उज्जैन के ऋषि सांदिपनी के पास विद्या अध्ययन के लिए आए थे. यही वजह है कि भगवान कृष्ण की शिक्षा स्थली सांदिपनी आश्रम देश-विदेश के भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है.