उज्जैन। देश में कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों को मध्य प्रदेश सरकार ने लाने का काम शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में राजस्थान में फंसे उज्जैन जिले के घट्टिया विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों मजदूरों को आज लाया गया. जिनका स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों द्वारा जांच कर खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई. जिसके बाद प्रशासन ने सभी मजदूरों को 14 दिन के लिए होम क्वॉरेंटाइन रहने की सलाह दी गई है.
दरअसल, उज्जैन जिले की घट्टिया विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों मजदूर लॉकडाउन के चलते राजस्थान में फस गए थे. जिन्हें मध्य प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देश के बाद आज राजस्थान से सभी मजदूरों को घट्टिया तहसील लाया गया. मजदूरों ने सरकार को धन्यवाद देते हुए बताया की राजस्थान सरकार ने भी हमें रहने व खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की थी. आते वक्त भी हमारा रास्ते मे दो जगह डॉक्टरों के द्वारा चेकअप किया गया और खाने पीने की व्यवस्था की गई थी. मजदूरों के घट्टिया पहुंचने पर सुबह से एसडीएम पुरषोत्तम कुमार, तहसीलदार शिवराम कनासे, मुख्यकार्यपालन अधिकारी प्रशान्त ऊके, थाना प्रभारी डीएल चौहान, बीएमओ अनुज शाल्या सभी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जिसके बाद डॉक्टरो द्वारा इनकी जांच कर खानपान की व्यवस्था की गई.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम परसोत्तम कुमार ने बताया कि घट्टिया विधानसभा क्षेत्र के करीब 900 मजदूर राजस्थान में फंसे हुए थे. जिन्हें लाने के लिए सरकार ने गाड़ियां भेज कर उन्हें आज घट्टिया विधानसभा क्षेत्र तहसील प्रांगण में पहुंचाया गया है. जहां इन्हें डॉक्टरों के द्वारा चेकअप करने के बाद खाने-पीने की व्यवस्था कराई गई. इसके बाद जो मजदूर जिस गांव का व्यक्ति था वहां उसे पहुंचाया गया है. मजदूरों से शपथ पत्र लिखवाया गया है कि वो 14 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन रहेंगे और लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करेंगे.