उज्जैन। जिले में लगातार बारिश के चलते निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. वहीं कई घरों में पानी भी भर गया है. जिसके चलते लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं. बता दें कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के चलते उज्जैन की शिप्रा नदी उफान पर है. जिससे लोगों के घरों में 6 से 8 फीट तक पानी भर गया है, लेकिन प्रशासन गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है. शहर के एकता नगर में हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं. यहां लोगों और बेजुबान जानवरों को ठेले पर बैठाकर रेस्क्यू किया जा रहा है.
उज्जैन में लगातार पहली बारिश ने प्रशासन की पोल खोल दी है. बीते 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने अपना सामान और घर के बुजुर्गों को हाथ ठेले पर बिठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. वहीं नगर निगम और पुलिस प्रशासन पूरी तरह नदारद दिखाई दिए. लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए. अमरदीप नगर, एकता नगर, बालाजी परिषर सहित कई बस्तियों में पानी भर गया है. वहीं शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से गणगोर दरवाजे के पास में रहने वाले 15 से अधिक परिवारों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है.
उज्जैन में भारी बारिश, हाथ ठेले पर बैठ घर छोड़कर जा रहे लोग - भारी बारिश के चलते परेशानी
उज्जैन में लगातार हो रही बारिश के चलते क्षिप्रा नदी उफान पर है. कई इलाकों में पानी भर गया है. जिससे स्थानीय रहवासियों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं कई लोगों को हाथ ठेले पर बैठाकर रेस्क्यू किया गया है.
उज्जैन। जिले में लगातार बारिश के चलते निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. वहीं कई घरों में पानी भी भर गया है. जिसके चलते लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं. बता दें कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के चलते उज्जैन की शिप्रा नदी उफान पर है. जिससे लोगों के घरों में 6 से 8 फीट तक पानी भर गया है, लेकिन प्रशासन गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है. शहर के एकता नगर में हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं. यहां लोगों और बेजुबान जानवरों को ठेले पर बैठाकर रेस्क्यू किया जा रहा है.
उज्जैन में लगातार पहली बारिश ने प्रशासन की पोल खोल दी है. बीते 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने अपना सामान और घर के बुजुर्गों को हाथ ठेले पर बिठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. वहीं नगर निगम और पुलिस प्रशासन पूरी तरह नदारद दिखाई दिए. लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए. अमरदीप नगर, एकता नगर, बालाजी परिषर सहित कई बस्तियों में पानी भर गया है. वहीं शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से गणगोर दरवाजे के पास में रहने वाले 15 से अधिक परिवारों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है.