उज्जैन. जैसा कि मौसम विभाग चेतावनी दे रहा था कि एक बार फिर मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है. प्रदेश में बीते दो दिन से मौसम का रुख बदल रहा था. तेज हवाओं के साथ मंगलवार देर शाम उज्जैन जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में आंधी-तूफान के बाद बारिश देखने को मिली. बारिश के साथ नींबू के आकार के ओले भी गिरे, इससे फसलों को भारी नुकसान की आशंका है. क्योंकि गेहूं की फसल कटना शुरू हुई है और इसी दौरान बारिश होने से फसल गीली हो जाएगी.
उज्जैन जिले के कई गांवों में भारी नुकसान
उज्जैन जिले के किसानों का कहना है कि गेहूं का कलर उतर जाएगा, जिससे कीमत गिर जाएगी. फसल को जो कीमत मिलना चाहिए, वह नहीं मिल पाएगी. फसलों में मिट्टी लगने से उसकी लागत कुछ नहीं बचेगी क्योंकि उसमें सफाई में ही पैसा अधिक खर्च हो जाएगा. सबसे ज्यादा खाचरोद तहसील के कई गांव प्रभावित हुए हैं, जिसमें घिनोदा, बटलावादी में नुकसान की संभावना जताई गई है.
मौसम विभाग ने दी थी चेतावनी
मौसम विभाग ने अनुमान जताया था कि जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ आने के बाद 3 मार्च के बाद मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश हो सकती है. दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दाब क्षेत्र और एक अन्य नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से जबलपुर के आस-पास डिंडौरी, मंडला, छिंदवाड़ा सहित अन्य जिलों का मौसम बिगड़ने की आशंका जताई गई थी.