उज्जैन। धर्मनगरी उज्जैन और आसपास के इलाकों में हो रही तेज बारिश से शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. घाटों पर पानी आने के कारण शिप्रा नदी पर बने मंदिर भी जलमग्न होने लगे हैं. शिप्रा नदी पर तर्पण कराने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को भी होमगार्ड के जवानों ने अलर्ट रहने की सूचना दी है. प्रशासन ने कहा है कि कोई भी पानी में न जाए. निचली बस्ती में रहने वाले लोगों को भी अलर्ट पर रखा गया है, यदि जलस्तर बढ़ता है तो उनकी दूसरी जगह व्यवस्था की गई है.
उज्जैन में बारिश से शिप्रा का जल स्तर बढ़ा: उज्जैन मौसम विभाग के अनुसार, अभी बारिश का दौर जारी है. जिसके कारण उज्जैन और आसपास के इलाकों में जोरदार बारिश के आसार हैं. इसके साथ ही उज्जैन और आसपास के इलाकों के कारण जो बारिश का पानी शिप्रा में आ रहा है उसके कारण शिप्रा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. बड़नगर को जोड़ने वाली सड़क, छोटा पुल भी शिप्रा के जलस्तर बढ़ने से डूब गया है, इसे बंद कर दिया गया है. ब्रिज पर आने- जाने पर रोक लगा दी गई है और होमगार्ड के जवानों को तैनात कर दिया गया है.
![shipra water level rises in ujjain](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-07-2023/18979969_ki.jpg)
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उज्जैन शहर में बारिश से जलभराव की स्थिति: 15 घंटों से हो रही लगातार बारिश के बाद उज्जैन शहर में जलभराव की स्थिति बन रही थी. जगह-जगह जलभराव देखा गया. सड़कों पर पानी भरने के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. अब शिप्रा का जलस्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण घाटों पर बने मंदिर भी डूबे हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं, होमगार्ड और मां शिप्रा तैराक दल के लोग भी तैनात हैं, ताकि कोई भी श्रद्धालु बढ़ते हुए जल स्तर के बीच में न जाएं और कोई अनहोनी न हो. जिला प्रशासन ने होमगार्ड के जवानों को भी तैयार रहने को कहा है. वहीं, मां शिप्रा तैराक दल के संतोष सोलंकी ने बताया कि "शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. सावन महीने में मां भगवती का श्रद्धालु दर्शन करने आए. बाढ़ का आना शुभ माना जाता है. भगवती इसी प्रकार से बहती रहें."