उज्जैन। 32वीं बटालियन के प्रधान आरक्षक नागझिरी नाके पर ड्यूटी पर पदस्थ था. रात में वह पत्नी की दवा लेकर घर लौटा. सुबह करीब 7 बजे पत्नी नींद से जागी, तो पति घर में नहीं था. दरवाजा भी बाहर से लगा था. पड़ोसी से दरवाजा खुलवाकर छत पर पहुंची, तो पति बेहोशी पड़ा था. एंबुलेंस से उसे जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. माधव नगर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के साथ मामला जांच में लिया है.
53 साल के बलवीर सिंह चौहान पिता चंद्रपाल सी कंपनी में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ था और वर्तमान में डीआरपी लाइन से बलवीर की ड्यूटी नागझिरी नाके पर लगाई गई थी. बलवीर ने रात 10 बजे तक अपनी ड्यूटी की और साथियों से बातचीत भी अच्छे से करता रहा. उसने दोस्तों को बताया कि, पत्नी रेखादेवी के पेट में दर्द है, उसकी दवा लेकर घर जाना है. बलवीर के दोस्तों ने बताया कि, सुबह करीब 7 बजे बलवीर की पत्नी रेखा नींद से जागी तो पति को घर में नहीं पाया. दरवाजा खोलकर बाहर आने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजा बाहर से बंद था, जिसे पड़ोसी से खुलवाया और छत पर देखा तो बलवीर बेहोश पड़ा था.
रेखा देवी ने आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद डीआरपी लाइन की एम्बुलेंस से बलवीर को जिला चिकित्सालय लाया गया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. बलवीर के छोटे बच्चे हैं और अचानक उसकी मौत होना संदिग्ध है. सूचना मिलने पर माधव नगर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और जांच शुरू की है.