उज्जैन। कांग्रेस पार्टी द्वारा शनिवार को मध्य प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर भ्रष्टाचार को लेकर हल्ला बोल प्रदर्शन किया गया. इसी को लेकर मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह शनिवार सुबह उज्जैन पहुंचे. वे कमलनाथ के आदेश पर भाजपा सरकार के कामकाज और महाकाल लोक सहित सिंहस्थ भूमि की जमीन पर हुए घोटालों की पोल खोलने के लिए धरना प्रदर्शन करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ई-वैन के जरिेए महाकाल लोक का निरीक्षण किया.
गोविंद सिंह का शिवराज पर वार: नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सबसे पहले उज्जैन में महाकाल मंदिर में बाबा के दर्शन किये. इसके बाद महाकाल लोक की सप्त ऋषियों की मूर्तियों को देखने के लिए त्रिवेणी पर पहुंचे. यहां गोविंद सिंह ने गिरी हुई मूर्तियों को देख कर कहा कि "महाकाल लोक बनाने में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है और शिवराज सिंह भ्रष्टाचारियों के सरगना हैं. हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के जज से इसकी जांच कराई जाए. तभी शिवराज सिंह के मामले उजागर हो सकेंगे. शिवराज सिंह की सरकार का पाप पूरे विश्व की जनता ने देख लिया है. सवा सौ करोड़ लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने का जो लोग काम कर रहे हैं, उन्हें जेल भेजवाना चाहिए."
पढ़ें ये खबरें... |
शिवराज सरकार में हो रहा पाप: नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि " उज्जैन को लेकर कमलनाथ की सरकार में 300 करोड़ की योजना बनाई गई थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही जिस प्रकार तोड़फोड़, बेईमानी करके उन्होंने सरकार बनाई थी उसी प्रकार भगवान के साथ भी धोखा किया. मूर्तियां निम्न स्तर की घटिया लगवाईं हैं. करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है, उससे महाकाल भगवान नाराज हैं. शिवराज सिंह की सरकार का पाप पूरे विश्व की जनता ने देख लिया है. सभी संतों और शंकराचार्य से विनती करता हूं कि शिवराज सिंह की सरकार जो पाप कर रही है उसे सबक सिखाएं. कलेक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए और सवा सौ करोड़ लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने का जो लोग काम कर रहे हैं उन्हें जेल भिजवाना चाहिए." बता दें कि 28 मई को तेज आंधी-तूफान आने की वजह से महाकाल लोक परिसर में लगी सप्त ऋषियों की प्रतिमाओं में से 6 विशाल प्रतिमाएं टूट कर गिर गई थीं.