उज्जैन। शहर में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. शुक्रवार को SIT की टीम ने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर दोनों निगमकर्मी सिकंदर और गब्बर को बर्खास्त कर दिया था.
शराब कांड के मुख्य आरोपी गब्बर-सिकंदर कौन ?
इस मामले में दो निगमकर्मी मुख्य आरोपी के तौर पर सामने आए हैं, जिनका नाम गब्बर और सिकंदर है. ये दोनों अस्थाई रूप से नगर निगम में काम करते थे. ये दोनों ही आरोपी पार्किंग की आड़ में कच्ची शराब बनाकर बेचते थे.
500 रुपए में सीखा था कच्ची शराब बनाना
जांच में सामने आया कि हैंड बैग में जहरीली शराब भरकर छत्तरी चौक पार्क में बेची जाती थी. शराब बनाने का काम न सिर्फ नगर निगम की पार्किंग के ऊपर खंडहर में होता था, बल्कि पिंजारवाड़ी में भी शराब बनाए जाने लगी थी, जो कि खाराकुआं थाने के ठीक सामने महज 50 मीटर की दूरी पर है. जानकारी के मुताबिक गब्बर और सिकंदर ने कुछ दिन पहले ही 500 रुपए देकर झिंझर बनाने का काम कहारवाड़ी से सीखा था. लेकिन वो शायद सीखने में कुछ चूक कर गए और केमिकल का फॉर्मेशन गड़बड़ा गया. जिसकी वजह से जहरीली शराब बन गई.
पुलिस आरक्षकों पर भी हुई कार्रवाई
इस मामले में इन दोनों आरोपियों का साथ देने वाले चार अधिकारियों पर गाज गिरी है, जिसमें एक थाना प्रभारी समेत चार लोगों को सस्पेंड किया गया है. इसमें सुनीता मालवीय आबकारी उपनिरीक्षक रोहित लोहरिया आबकारी आरक्षक को निलंबित किया गया है.
महाकाल मंदिर थाने के दो पुलिसकर्मी भी सस्पेंड
खाराकुआ थाने के दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद महाकाल थाना के भी दो पुलिसकर्मी की भी संलिप्तता पाई गई है. आरक्षक पुलिसकर्मी बंटी उर्फ इंद्र विक्रम सिंह, सुदेश खोड़े को सस्पेंड किया गया है.
नगर निगम में और कितने गब्बर-सिकंदर ?
निगम को दो कर्मचारियों का इतने बड़े कांड में शामिल होना कहीं न कहीं इस बात की ओर भी इशारा करता है कि निगम के और भी कई कर्मचारी ऐसे कामों में शामिल हो सकते हैं.
गब्बर-सिकंदर के घर निगम की कार्रवाई
जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी सिकंदर और गब्बर को गिरफ्तार करने के बाद नगर निगम की टीम इन दोनों आरोपियों के अवैध मकान को तोड़ दिया है
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जानें पूरा मामला-
- 14 अक्टूबर को थाना खारा कुआं अंतर्गत छत्री चौक पर गोपाल मंदिर इलाके में कुछ लोगों ने सड़क किनारे सात लोगों को गिरा हुआ देखा. जिसके बाद तुरंत पुलिस को जानकारी दी गई.
- जानकारी के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी युवकों को इलाज के लिए अस्पताल लाया, जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया.
- इलाज के दौरान ही पांच और युवकों की मौत हो गई.
- दो दिनों में शहर के तीन थाना क्षेत्रों में 16 लोगों की मौत का मामला सामने आया है, जिनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है.
- मामले में सीएम शिवराज ने अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी और SIT से जांच कराने के भी निर्देश दे दिए.
- जांच में मामले में चार अधिकारियों पर गाज गिरी, जिसके बाद एक थाना प्रभारी समेत चार लोगों को सस्पेंड किया गया.
- मामले में पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा और सवाल पूछा कि उज्जैन में शराब माफिया ने लोगों की जानें ली, परिवार बर्बाद हुए. शिवराज जी, ये माफिया कब तक यूं ही निर्दोषों की जान लेते रहेंगे ?
- सीएम शिवराज ने अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि दोषियों को ऐसी सजा देंगे कि वो कांप जाएंगे.
- शहर में हुई मौतों के बाद अलग-अलग इलाकों में आला अधिकारियों की 5-5 सदस्यों की पांच टीम ने चेकिंग अभियान चलाया और देर रात फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को वहां से उठाकर हटा दिया. साथ ही उनसे बातचीत कर उन्हें समझाइश दी गई.