उज्जैन(Ujjain)। शहर के थाना माधव नगर क्षेत्र में ठगी (thagi)का मामला सामने आया है. आरोपी ने उज्जैन के युवक को सहायक असिस्टेंट के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 1लाख दस हजार रुपये ठगी की. दर्शन नाम का भेरुपिया इनकम टैक्स विभाग (income tax department) में कमिश्नर बनकर लोगों को ठगने का काम करता था.दर्शन नाम के इस ठग ने गाड़ी पर सरकारी नेम प्लेट(name plate) भी लगवा रखी है.पुलिस (ujjain police) ने आरोपी की गाड़ी जब्त कर जांच शुरु कर दी है.
फर्जी इनकम टैक्स विभाग के कमिश्नर का हुआ पर्दाफश
पुलिस ने आरोपी को इंदौर से गिरफ्तार कर 420 और अन्य धाराओं में प्रकरण भी दर्ज कर लिया है . दर्शन आरोपी इनकम टैक्स विभाग में खुद को कमिश्नर बताता था और अपनी गाड़ी पर उसने बाकायदा सरकारी नेम प्लेट भी लगवा रखी थी. आरोपी ने उज्जैन के युवक को सहायक असिस्टेंट के पद की नौकरी दिलाने का लालच देकक 1लाख दस हजार की लूट की. आरोपी ने फरियादी से 2 लाख की डिमांड भी थी. फरियादी की सूझबूझ के चलते आरोपी को गिरफ्तार किया गया. वहीं गाड़ी को भी जब्त कर लिया गया है.
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क्या है पूरा मामला
आरोपी दीपक इनकम टैक्स कमिश्नर की फर्जी नेम प्लेट लगाकर अपना रुतबा लोगों को दिखाता था. ऐसे ही आरोपी ने उज्जैन के युवक को नौकरी दिलाने के नाम पर अपने झांसे में लिया और पहली किस्त के रूप में लाख दस हजार रुपये ठग लिये. कई दिनों तक जब आरोपी दीपक नौकरी दिलाने के नाम पर लगातार झांसा देता रहा. बता दें उज्जैन के केसर बाग कॉलोनी में रहने वाले फरियादी सतनारायण सोलंकी को इंदौर निवासी दीपक बेरवा ने इनकम टैक्स कार्यालय में जूनियर असिस्टेंट के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए थे.उसके बाद फरियादी को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ . उठाना माधव नगर में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करा गई .फिलहाल माधवनगर पुलिस ने आरोपी को इंदौर से गिरफ्तार कर उसकी इनोवा कार को भी जब्त कर लिया है.