उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ ठगी की घटनाएं रोकने के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था बनाई गई है. इसके बाद भी श्रद्धालु ठगों के जाल में फंस जाते हैं. गर्भ गृह के दर्शन के साथ ही सुबह होने वाली भस्म आरती का ऑनलाइन शुल्क लिया जाता है, ताकि किसी श्रद्धालु के साथ ठगी ना हो. भस्मारती के 200 रुपये ऑनलाइन, गर्भगृह 750 रुपये और शीघ्र दर्शन 250 रुपये में कराए जाते हैं. इसके बाद भी यहां ठगी की घटनाएं लगातार हो रही हैं. ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है.
वीआईपी के नाम पर बने पास : यहां के पुरोहित घनश्याम शर्मा और यश शर्मा ने छतीसगढ़ से आए 6 श्रद्धालुओं से 21 हजार 600 रुपये दर्शन के नाम पर ले लिए. प्रोटोकॉल का दुरुपयोग किया गया. इसके बाद श्रद्धालुओं ने महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी कोसे इस बारे में शिकायत दर्ज कराई. जांच में मामला सही पाया गया. इसके बाद मंदिर समिति ने महाकाल थाना पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए लेटर भेजा है. यह परमिशन विधायक मुरली मोरवाल के कोटे से बनी थी. इसी तरह गर्भगृह में जलाभिषेक के लिए रसीद कटवाने के लिए प्रोटोकॉल अनुमति के तहत महापौर के नाम पर उनके प्रतिनिधि पवन के माध्यम से बनी थी.
ठगी करने वालों से पूछताछ : श्रद्धालुओं की शिकायत के बाद घनश्याम शर्मा व यश शर्मा से पूछताछ हुई. दोनों ने बताया कि भस्मआरती की अनुमति उन्होंने सोनू पारीक के माध्यम से और गर्भगृह में जलाअभिषेक की रसीद भावेश जोशी के माध्यम से कटवाई थी. इसके बाद पुलिस में एफआईआर दर्ज करने के लिए महाकाल थाने को कहा गया. भस्मारती अनुमति और जलाभिषेक के नाम पर अधिक राशि लेने के बाद श्रद्धालु गर्भगृह में जलाभिषेक नहीं कर सके तो श्रद्धालुओं को लगा कि कोई गड़बड़ है और उन्होंने इस घटना की शिकायत महाकाल मंदिर प्रशासन से की.
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मंदिर प्रशासन ने पुलिस को पत्र लिखा : सावन मास के लिए बाबा महाकाल के मंदिर गर्भगृह में चांदी को चमकाने का काम चल रहा है. इसको देखते हुए सुबह 9 बजे से ही गर्भगृह में जलाभिषेक की रसीद काटना बंद करने के निर्देश दिए गए. छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु भी भस्म आरती के बाद मंदिर प्रशासन द्वारा व्यवस्था बंद नहीं करने पर जलाभिषेक कर देते तो यह मामला सामने नहीं आता. बता दें कि महाकाल मंदिर के आसपास ठग घूमते रहते हैं. इस मामले में महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि श्रद्धालुओं की शिकायत के बाद घनश्याम शर्मा व यश शर्मा से पूछताछ हुई तो मामला सही निकला. इस बारे में पुलिस को कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है.