उज्जैन। प्रदेश भर में सरकार आमजन की सुविधा हेतु अनेक योजनाओं के माध्यम से कहीं हाईवे निकाल रही है, तो कहीं रोजगार की दृष्टि से उद्योग की तैयार करने की योजना बना रही है. लेकिन सरकार की योजना में किसान और रहवासियों की नाराजगी देखने को मिल रही है. उज्जैन के ग्राम निवनवासा और पवासा क्षेत्र की जमीन के किसान परेशानियों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव कार्यालय पहुंचे. यहां किसानों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की और विरोध जताया. किसानों ने कहा हमने सांसद को कहा लेकिन हमें बस आश्वासन दिया.
- किसान नेता ने दी चक्काजाम करने की धमकी
वीरेंद्र सिंह का कहना है कि शासन ने नीमनवास और पवासा क्षेत्र की जमीन को उद्योग में उपयोग करने की योजना बना रहा है. लेकिन यह जमीन खेती की दृष्टि से बहुत उपजाऊ है. यहां छोटे-छोटे कास्तगार है. विरोध करने का मुख्य कारण हमने किसी भी जिम्मेदार के द्वारा जानकारी नहीं दी गई. सांसद ने भी आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला. परिवार के पोषण हेतु सभी सब्जियां लगाते हैं. उनके साथ इस तरह का व्यवहार गलत है. आज हम उच्च शिक्षा मंत्री को अवगत कराने आए हैं. अगर हमारी बात नहीं सुनी गई तो हम चक्का जाम भी करेंगे.
मंदसौर की पहचान बनेगी लहसुन, किसान को बनाएगी आत्मनिर्भर
- किसानों के पक्ष में जो होगा करेंगे
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि आज कुछ निमनवासा और पवासा क्षेत्र के किसान अपनी जमीनों की समस्या को लेकर आए थे. उनका कहना था कि बिना जानकारी दिए जमीन को उद्योग में उपयोग किया जा रहा है. मैंने उनकी समस्या का निराकरण हेतु उन्हें कहा है कि आप लोग मास्टर प्लान की स्वीकृति में अपनी आपत्ति लगाएं में उसकी सुनवाई करूंगा. किसानों के पक्ष में जो हो सकेगा किया जाएगा.