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उज्जैन: मटर के कम दाम मिलने पर भड़के किसान, हंगामा कर लगाया जाम - मटर खरीदी

दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का असर उज्जैन में भी देखने को मिल रहा है. यहां किसानों से कम कीमत पर मटर खरीदी जा रही थी, जिससे किसान भड़क गए और सड़क पर जाम लगा दिया.

Farmers' uproar
किसानों का हंगामा
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Published : Dec 20, 2020, 5:36 PM IST

उज्जैन। मंडी में मटर की खरीदी बिक्री को लेकर किसान और व्यापारियों के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना उग्र हो गया कि किसानों ने मटर परिवहन की खड़ी गाड़ियों पर पथराव कर दिया. जिससे चक्का जाम जैसी स्थिति बन गई, और हड़कंप मचने के कारण मंडी बंद कर दी गई. मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला और किसानों को समझा कर जाम खुलवाया.

मटर के कम दाम मिलने पर भड़के किसान

दरअसल खाचरोद तहसील में किसानों ने मटरफली के सही दाम नहीं मिलने से उग्र रूप धारण कर लिया था. मटर फली के सही दाम न मिलने से आक्रोशित किसानों ने बटला मंडी में चक्का जाम कर दिया. बता दें कि प्रदेश भर में खाचरोद तहसील ही एक मात्र ऐसी मंडी है, जो मटर फली का उत्पादन करने में प्रदेश भर में आगे है. किसानों के मुताबिक अभी यहां प्रतिदिन 5000 बोरिया मटर की आवक हो रही है. इस दौरान पुलिस ने किसानों और व्यपारियों को समझाईश दी. इसके बाद व्यवस्था को सुधारने का आश्वासन मिलने पर किसानों का गुस्सा शांत हुआ. हालांकि किसान, लाइन में नीलामी किये जाने की मांग कर रहे हैं.


किसानों की क्या हैं मांगे ?

किसानों का आरोप है कि अन्य प्रदेशों में व्यापारी 27 रुपये प्रति किलो मटर फली बेच रहे हैं, लेकिन खाचरोद की मटर मंडी में किसानों से 5 से 12 रुपये प्रति किलो खरीदी की जा रही है. वहीं व्यापारियों का कहना है कि वह किसानों से मटर उसी दाम पर खरीद रहे हैं, जो अन्य मंडियों में खरीदी जा रही है. हालांकि प्रशासन मामले को सुलझाने में लगा हुआ है.

उज्जैन। मंडी में मटर की खरीदी बिक्री को लेकर किसान और व्यापारियों के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना उग्र हो गया कि किसानों ने मटर परिवहन की खड़ी गाड़ियों पर पथराव कर दिया. जिससे चक्का जाम जैसी स्थिति बन गई, और हड़कंप मचने के कारण मंडी बंद कर दी गई. मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला और किसानों को समझा कर जाम खुलवाया.

मटर के कम दाम मिलने पर भड़के किसान

दरअसल खाचरोद तहसील में किसानों ने मटरफली के सही दाम नहीं मिलने से उग्र रूप धारण कर लिया था. मटर फली के सही दाम न मिलने से आक्रोशित किसानों ने बटला मंडी में चक्का जाम कर दिया. बता दें कि प्रदेश भर में खाचरोद तहसील ही एक मात्र ऐसी मंडी है, जो मटर फली का उत्पादन करने में प्रदेश भर में आगे है. किसानों के मुताबिक अभी यहां प्रतिदिन 5000 बोरिया मटर की आवक हो रही है. इस दौरान पुलिस ने किसानों और व्यपारियों को समझाईश दी. इसके बाद व्यवस्था को सुधारने का आश्वासन मिलने पर किसानों का गुस्सा शांत हुआ. हालांकि किसान, लाइन में नीलामी किये जाने की मांग कर रहे हैं.


किसानों की क्या हैं मांगे ?

किसानों का आरोप है कि अन्य प्रदेशों में व्यापारी 27 रुपये प्रति किलो मटर फली बेच रहे हैं, लेकिन खाचरोद की मटर मंडी में किसानों से 5 से 12 रुपये प्रति किलो खरीदी की जा रही है. वहीं व्यापारियों का कहना है कि वह किसानों से मटर उसी दाम पर खरीद रहे हैं, जो अन्य मंडियों में खरीदी जा रही है. हालांकि प्रशासन मामले को सुलझाने में लगा हुआ है.

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