उज्जैन। जहरीली शराब कांड में बड़ा खुलासा हुआ है. मामले की विसरा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सभी सैम्पलों में एथेनॉल और मेथेनॉल की पुष्टि हुई. उज्जैन एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ला ने रिपोर्ट की जानकारी देते हुए बताया की भेजे गए सभी 12 सैम्पलों में एथेनॉल और मेथेनॉल की पुष्टि हुई.
उज्जैन में जहरीली शराब से 16 मजदूरों की मौत के मामले में भेजे गए सैंपलों की विसरा रिपोर्ट आ चुकी है. उज्जैन एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ला ने रिपोर्ट की जानकारी देते हुए बताया की भेजे गए सभी 12 सैम्पलों मे एथेनॉल और मेथेनॉल की पुष्टि हुई. रिपोर्ट के मुताबिक विसरा में एल्कोहल और जहरीला तत्व पाया गया. विशेषज्ञों की मानें तो मेथेनॉल इतना घातक होता है कि इसकी 10 एमएल की मात्रा से ही मनुष्य अंधा हो सकता है. अब पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि मेथेनॉल बनाने के लिए सभी आरोपियों ने कहां-कहां से स्प्रिट और अन्य रासायनिक पदार्थ खरीदे थे.
क्या है पूरा मामला-
उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 24 घंटे में 16 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में प्रदेश की सियासत भी काफी गर्मायी थी. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के आदेश दिए थे, साथ ही शहर के कई बड़ी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था. वहीं पुलिस ने 17 अक्टूबर को दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. ये दोनों ही आरोपी निगम कर्मी थे. SIT की टीम ने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर दोनों निगमकर्मी सिकंदर और गब्बर को बर्खास्त कर दिया था.