उज्जैन। कृषि उपज मंडी में गेहूं के दाम में इजाफा हुआ है. प्रति क्विंटल ₹300 तक बढ़कर गेहूं मिल रहा है. अचानक आई कीमत में उछाल का कारण रूस और यूक्रेन के जारी युद्ध है. दरअसल, ये दोनों देश दुनिया भर में 30 प्रतिशत गेंहू की सप्लाई करते हैं. अब जंग के कारण हालात बदल गए हैं और इसका असर इन दोनों देशो में ही नहीं बल्कि कई देश पर पड़ रहा है. भारत में भी गेंहू के दाम आसमान छूने लगे हैं.
गेंहू के दाम में अचानक उछाल
कृषि उपज मंडी के जानकार राजेंन्द्र राठौर ने बताया कि उज्जैन में बीते 4 दिनों में गेंहू की आवक बढ़ गयी है. भारत से हल्का माल तीन नंबर गेंहू का एक्सपोर्ट होता है. वहीं एक नंबर और दो नंबर गेंहू की खपत इंडिया में ही हो जाती है. 10 से 12 हजार क्विंटल की आवक के बीच बाजार में रुझान था कि आवक बढ़ रही है तो भाव कम होंगे लेकिन अंतर्राष्टीय बाजार में निर्यात खुल जाने के बाद गेंहू के दाम अचानक बढ़ गए.
300 रुपए तक महंगी हुई गेंहू
उज्जैन चिमनगंज मंडी में बीते एक हफ्ते में गेंहू के दामों में उछाल देखने को मिला और रेट 300 रुपए बढ़ गए. संभाग की सबसे बड़ी मंडी में जो गेंहू 1700 रुपए क्विंटल था उसका रेट 550 रुपए बढ़कर 2250 हो गया है. रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में दुनिया को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है लेकिन उज्जैन के किसानों को जरूर इससे फायदा मिल रहा है. चिमनगंज मंडी में बीते तीन दिनों से रोजाना 10 से 12 हजार क्विंटल गेंहू की बंपर आवक हो रही.
आदिवासी धुन पर जमकर झूमे CEO और ADM, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
निर्यात ने बाजार में लाई तेजी
मंडी व्यापारी निमेष अग्रवाल ने बताया कि इंडिया से गेंहू का निर्यात किया जा रहा है. इस वजह से बाजार तेज हो गया और अब इससे भारत को फायदा भी मिलेगा. हालांकि आम लोगों तक पहुंचने वाले गेंहू के दाम जरूर बढ़ गए हैं. मील के गेंहू के दाम 300 रुपए बढ़ गए जो की कल तक 200 तेज थे. बीते सप्ताह तक एक नंबर गेंहू 2500 दो नंबर 2300 और तीन नंबर 2250 में मिल रहा था. अब तीनों किस्म के गेंहू में अंतर मात्र 150 रुपए का है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ की सीजन होने के बाद भी 300 रुपए की तेजी आई है. इससे उन किसानों को फायदा हो रहा है जो अब अपनी फसल बेचने आ रहे हैं.
(russia ukraine war) (Wheat prices increased)