उज्जैन। रविवार को त्रिवेणी घाट पर बने मिट्टी के डैम के फूट जाने से इंदौर की कान्ह नदी से आने वाला गंदा पानी बड़ी मात्रा में उज्जैन की शिप्रा नदी में मिलने लगा, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि शिप्रा का पानी भी इससे गंदा हो जाएगा और आज शिप्रा का पानी गंदा होने के कारण शिप्रा नदी में बड़ी मात्रा में मछलियां मरी मिलीं.
इंदौर की कान्ह नदी का पानी उज्जैन की शिप्रा नदी में त्रिवेणी घाट पर आकर मिलता है लेकिन लगातार कान्ह नदी का दूषित पानी मिलने के कारण वहां करीब एक साल पहले मिट्टी का डैम बना दिया गया था.
डैम से पहले रिसाव शुरू हुआ और उसके बाद डैम फूट गया. डैम के फूटते ही बड़ी मात्रा में दूषित पानी शिप्रा नदी में मिलने लगा और रामघाट तक पूरी शिप्रा दूषित हो गई. जिसके चलते रामघाट पर बड़ी मात्रा में मछलियां मर गईं और पूरा पानी दूषित होकर काला हो गया है.
वहीं एक बार फिर अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही का खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है.