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11 सितंबर से महाकाल की भस्म आरती में श्रद्धालुओं को मिलेगी एंट्री, हर दिन 1000 लोगों को मिलेगा प्रवेश, जानिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया - Mohan Yadav

महाकाल की भस्म आरती (Mahakal Bhasm Aarti) के लिए भक्तों को 11 सितंबर (11 September) से प्रवेश मिलने लगेगा. करीब 17 महीने के बाद महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिए जाने की शुरुआत की जा रही है.

11 सितंबर से महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं को मिलेगी एंट्री
11 सितंबर से महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं को मिलेगी एंट्री
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Published : Sep 3, 2021, 4:38 PM IST

Updated : Sep 3, 2021, 4:52 PM IST

उज्जैन। महाकाल (Mahakal) के भक्तों के लिए खुशखबरी है. 11 सितंबर (11 September) से महाकाल की भस्म आरती में श्रद्धालु भी शामिल हो सकेंगे. करीब 17 महीने के बाद महाकाल की भस्म आरती (Mahakal Bhasm Aarti) में श्रद्धालुओं की एंट्री शुरू होने वाली है. 17 मार्च 2020 से कोरोना के कारण महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई थी. इसके लिए 7 सितंबर से मंदिर के ऐप, वेबसाइट समेत ऑफलाइन रूप से रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो जाएंगे.

11 सितंबर से महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं को मिलेगी एंट्री

मंदिर समिति की बैठक में लिया गया फैसला

कोठी रोड स्थित बृहस्पति भवन में हुई महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि "एक दिन में 1 हजार श्रद्धालुओं को ही भस्मारती में प्रवेश दिया जाएगा. इस दौरान कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाया जाएगा. ऑनलाइन परमिशन में पारदर्शिता रखी जाएगी. इसके अलावा ऑफलाइन परमिशन से सिर्फ 150 श्रद्धालुओं को ही दर्शन की अनुमति दी जाएगी."

श्रद्धालुओं के लिए यह होंगे नियम

भस्मारती के दौरान श्रद्धालुओं को हरिओम जल चढ़ाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. साथ ही गर्भ गृह और नंदी हाल में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. श्रद्धालुओं को सिर्फ कार्तिकेय मंडपम और गणेश मंडपम में ही बैठने की अनुमति रहेगी. इसके अलावा श्रद्धालुओं को सख्ती से कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाया जाएगा.

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वीआईपी दर्शन के लिए लगेगा 100 रुपए का शुल्क

उज्जैन महाकाल मंदिर में आने वाले सभी वीआईपी को प्रोटोकॉल के दर्शन के लिए अब 100 रुपए प्रति व्यक्ति भेंट की राशि चुकानी होगी. ये व्यवस्था भी 11 सितम्बर (11 September) से मंदिर समिति शुरू करेगी. 100 रुपए शुल्क को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव (Mohan Yadav), पूर्व मंत्री पारस जैन (Paras jain), उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया (Anil Firojiya), कलेक्टर आशीष सिंह (Collector Ashish Singh) और महाकाल मंदिर प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी शामिल हुए थे. जिसमें जनप्रतिनिधियों ने निर्णय लिया था कि चाहे नेता हो या अधिकारी या फिर मीडियाकर्मी उन सभी के लिए वीआईपी दर्शन की व्यवस्था 100 शुल्क देकर की जाए.

श्रद्धालु कैसे करें रजिस्ट्रेशन?

11 सितंबर से शुरू होने वाली भस्मारती के लिए श्रद्धालु 3 तरह से अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इसके लिए श्रद्धालु महाकाल मंदिर के ऐप पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इसके अलावा श्रद्धालु http://dic.mp.nic.in/ujjain/mahakal/ पर जाकर भी दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. वहीं ऑफलाइन तरीके से मंदिर के काउंटर पर भी श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

उज्जैन। महाकाल (Mahakal) के भक्तों के लिए खुशखबरी है. 11 सितंबर (11 September) से महाकाल की भस्म आरती में श्रद्धालु भी शामिल हो सकेंगे. करीब 17 महीने के बाद महाकाल की भस्म आरती (Mahakal Bhasm Aarti) में श्रद्धालुओं की एंट्री शुरू होने वाली है. 17 मार्च 2020 से कोरोना के कारण महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई थी. इसके लिए 7 सितंबर से मंदिर के ऐप, वेबसाइट समेत ऑफलाइन रूप से रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो जाएंगे.

11 सितंबर से महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं को मिलेगी एंट्री

मंदिर समिति की बैठक में लिया गया फैसला

कोठी रोड स्थित बृहस्पति भवन में हुई महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि "एक दिन में 1 हजार श्रद्धालुओं को ही भस्मारती में प्रवेश दिया जाएगा. इस दौरान कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाया जाएगा. ऑनलाइन परमिशन में पारदर्शिता रखी जाएगी. इसके अलावा ऑफलाइन परमिशन से सिर्फ 150 श्रद्धालुओं को ही दर्शन की अनुमति दी जाएगी."

श्रद्धालुओं के लिए यह होंगे नियम

भस्मारती के दौरान श्रद्धालुओं को हरिओम जल चढ़ाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. साथ ही गर्भ गृह और नंदी हाल में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. श्रद्धालुओं को सिर्फ कार्तिकेय मंडपम और गणेश मंडपम में ही बैठने की अनुमति रहेगी. इसके अलावा श्रद्धालुओं को सख्ती से कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाया जाएगा.

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वीआईपी दर्शन के लिए लगेगा 100 रुपए का शुल्क

उज्जैन महाकाल मंदिर में आने वाले सभी वीआईपी को प्रोटोकॉल के दर्शन के लिए अब 100 रुपए प्रति व्यक्ति भेंट की राशि चुकानी होगी. ये व्यवस्था भी 11 सितम्बर (11 September) से मंदिर समिति शुरू करेगी. 100 रुपए शुल्क को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव (Mohan Yadav), पूर्व मंत्री पारस जैन (Paras jain), उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया (Anil Firojiya), कलेक्टर आशीष सिंह (Collector Ashish Singh) और महाकाल मंदिर प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी शामिल हुए थे. जिसमें जनप्रतिनिधियों ने निर्णय लिया था कि चाहे नेता हो या अधिकारी या फिर मीडियाकर्मी उन सभी के लिए वीआईपी दर्शन की व्यवस्था 100 शुल्क देकर की जाए.

श्रद्धालु कैसे करें रजिस्ट्रेशन?

11 सितंबर से शुरू होने वाली भस्मारती के लिए श्रद्धालु 3 तरह से अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इसके लिए श्रद्धालु महाकाल मंदिर के ऐप पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इसके अलावा श्रद्धालु http://dic.mp.nic.in/ujjain/mahakal/ पर जाकर भी दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. वहीं ऑफलाइन तरीके से मंदिर के काउंटर पर भी श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

Last Updated : Sep 3, 2021, 4:52 PM IST
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