उज्जैन। भगवान शिव के महाकाल स्वरूप की उपासना करने वालों का काल भी बाल बांका नहीं कर सकता. नए साल के पहले दिन बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा, पूरी दुनिया से भक्त बाबा महाकाल के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचते हैं. इस दौरान भक्त भस्मारती में भी शामिल हुए और बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिए.
नव वर्ष के पहले दिन बाबा महाकाल का विशेष श्रंगार किया गया, जिसके बाद अल सुबह होने वाली भस्म आरती में पंचामृत अभिषेक कर पूजा अर्चना की गई. यहां नव वर्ष के पहले दिन हजारों की संख्या में भक्तों ने बाबा महाकाल के दर्शन कर नए साल की शुरुआत की और भूत भावन बाबा महाकाल से नए साल में सफलता और सुख शांति की प्रार्थना की. इस मौके पर मंदिर का नंदी हॉल भक्तों से भरा रहा.
भूतभावन बाबा महाकाल को कालों का काल माना जाता है. अर्थात वे काल के अधिष्ठाता हैं, लिहाजा नया साल अच्छा बीते, इसी कामना के साथ तमाम भक्त महाकाल के दरबार से नए साल की शुरुआत किए, इस मौके पर श्रद्धालुओं को नए साल का जश्न मनाने का मौका भी मिल गया.