उज्जैन। बाबा महाकाल के दरबार में झारखंड बोकारो से आए श्रद्धालु संजीव कुमार ने 310 ग्राम सोने का दान किया. दान में आए सोने की किमत 17 लाख रुपए आंकी जा रही है. भक्त संजीव ने बताया कि उनकी पत्नी की अंतिम इच्छा थी कि उनके जेवरात महालाक मंदिर में दान किए जाए. पत्नी की अंतिम इच्छा पूरी करते हुए संजीव ने 17 लाख रुपए के सोने का दान किया. मंदिर के प्रशासक ने दानदाता संजीव का शॉल और श्रीफल से सम्मान किया.
भक्त ने सोने के 15 आभूषण किए दान
शनिवार को मंदिर में आए भक्त संजीव कुमार ने 310 ग्राम सोने के आभूषण दान किए. इनमें सोने के दो हार, 1 माला, 2 चूड़ी, 2 कंगन, 4 कान के झुमके, 1 कुंडल, 1 अंगूठी शामिल है. कोरोना काल के बाद महाकाल मंदिर का द्वार खुलते ही श्रद्धालु दिल खोल कर दान कर रहे है. झारखंड के श्रद्धालु संजीव कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी रश्मि प्रभा का पिछले दिनों देहांत हो गया था.
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पत्नी की अंतिम इच्छा थी कि उनके जेवरात भगवन महाकाल को दान कर दिए जाए. इच्छा पूरी करने के लिए संजीव अपनी मां सूरत प्यारी के साथ महाकाल मंदिर पहुंचे और उन्होंने 17 लाख रुपए के आभूषण दान दिए. महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक गणेश कुमार धाकड ने दानदाता का शाल, श्रीफल और प्रसाद देकर सम्मान भी किया. दान की रसीद प्रदान की गई.
बाबा महाकाल की भक्त थी रश्मि
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि झारखंड के बोकारो से पधारे संजीव कुमार की पत्नी बाबा महाकाल भगवान की बहुत बड़ी भक्त थी. अकसर मंदिर दर्शन के लिए आती रहती थी. रश्मि प्रभा लंबे समय से बीमार थी, उनकी अंतिम इच्छानुसार उनके सभी स्वर्ण आभूषण महाकालेश्वर भगवान को उनके पति सुशील कुमार और सास सूरत प्यारी ने दान किए.
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शुक्रवार को दान में आई 5 लाख की खाद्य सामग्री
शुक्रवार को महाकाल मंदिर समिति द्वारा संचालित नि:शुल्क अन्न क्षेत्र में एक श्रद्धालु ने पांच लाख रुपए की खाद्य सामग्री दान में दी थी. अहमदाबाद के बजरंग दास सीताराम ने नि:शुल्क अन्नक्षेत्र में 5 लाख की खाद्य सामग्री दान दी. खाद्य सामग्री उज्जैन के व्यापारी के माध्यम से अन्नक्षेत्र पहुंचाई गई. इसके अलावा उज्जैन निवासी आलोक ऐरन और नितिन गर्ग ने भी दान में खाद्य सामग्री पहुंचाई.