उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में होने वाली भस्म आरती में श्रद्धालुओं के साथ धोखाधड़ी (fraud with devotees) का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने मंदिर के 6 कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. दरअसल महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते है. इस आरती में प्रवेश के लिए भक्तों को 200 रुपए का प्रवेश शुल्क देना होता है. लेकिन कुछ लोगों ने मिलकर भक्तों से 1000 रुपए वसुल किए.
200 की जगह लिए एक हजार रुपए
2 अक्टूबर को महाकाल मंदिर क्षेत्र स्थित होटल विजय पैलेस में कुछ दर्शनार्थी ठहरे हुए थे. इन्हें बाबा महाकाल की भस्म आरती में प्रवेश चाहिए था. इस बात का फायदा उठाकर एसएस कंपनी के सुरक्षाकर्मी सुरेश राठौर, सत्कार शाखा के कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी मंगल तिवारी, सुरक्षा गार्ड संजय मालवीय, नीलम, जीलेश कश्यप और शुभम कटारिया ने दर्शनार्थियों से भस्म आरती के लिए 200 रुपए की एवज में 1000 रुपए प्रति व्यक्ति के लिए.
महाशिवरात्रि विशेष : जानिए महाकाल की भस्म आरती का रहस्य और महत्व
11 सितंबर से शुरू हुआ था भक्तों का प्रवेश
महाकालेश्वर मंदिर में कोरोना संक्रमण के कारण 17 मार्च 2020 से भस्म आरती में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबन्ध लगा हुआ था. संक्रमण कुछ काबू होने के बाद 11 सितंबर से मंदिर प्रबंध समिति ने भस्म आरती में श्रद्धालुओं के प्रवेश का निर्णय लिया. इसके बाद एक दिन में 1000 श्रद्धालुओं को कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए दर्शन की अनुमति दी गई थी.
बाबा महाकाल: जिनके आगे नतमस्तक 'काल', भस्म आरती से होती है हर सुबह
420 सहित अन्य धाराओं में केस
भस्म आरती में प्रवेश शुल्क ज्यादा लेने पर सभी 6 कर्मचारियों के खिलाफ महाकाल थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. महाकालेश्वर मंदिर में कार्यरत के एसएसके सुरक्षा कंपनी के 5 सुरक्षाकर्मी और 1 सत्कार शाखा के कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में धारा 420 सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया हैं.
- सत्येंद्र कुमार शुक्ल, एसपी, उज्जैन