उज्जैन। मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है और ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि उज्जैन से किसी को मंत्री बनाया जाएगा, क्योंकि पूर्व मंत्री रहे पारस जैन और दूसरी बार विधायक बने मोहन यादव दोनों ही मंत्री पद की दौड़ में शामिल दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में मंत्रिमंडल में उज्जैन का प्रतिनिधित्व होता है या नहीं ये आने वाला समय बताएगा, लेकिन उज्जैन से मंत्री पद पर रहने वाले पारस जैन एक बार फिर मंत्री पद की दौड़ में दिखाई दे रहे हैं. वहीं विधायक मोहन यादव भी अपनी राजनीतिक पहुंच का पूरा लाभ उठाते हुए मंत्री पद की दौड़ में शामिल दिखाई दे रहे हैं.
इसको लेकर उज्जैन के वरिष्ठ पत्रकार शैलेंद्र कुर्मी ने अपनी राय रखी है और कहा कि उज्जैन को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए, इससे शहर का विकास होगा, क्योंकि उज्जैन शहर बड़ा धार्मिक शहर है और देश-विदेश से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. ऐसे में उज्जैन में पूर्व मंत्री पारस जैन या फिर मोहन यादव दोनों में से किसी को भी प्रतिनिधित्व मिलना स्वागत योग्य है, क्योंकि पारस जैन पहले से अनुभवी हैं, इसलिए संभवत उन्हें पद मिलना चाहिए और अगर उन्हें नहीं मिलता है तो बीजेपी के दूसरी बार के विधायक बने मोहन यादव को कैबिनेट में जगह मिलनी चाहिए.
बता दें कि राज्य में मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर काफी दिनों से कवायद चल रही है. नए मंत्रियों के नामों को लेकर वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति बनाने और केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में लेने के लिए मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा काफी दिनों से टल रहा था, लेकिन वे आखिरकार दिल्ली पहुंचे और केंद्रीय नेतृत्व से इस बारे में मंथन किया. अब माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के दिल्ली से लौटने के बाद राज्य में तीन माह से ज्यादा पुरानी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा.