उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन के महिदपुर में राहत राशि को लेकर कांग्रेस नेता और नायब तहसीलदार के बीच तीखी बहस हो गई. दरअसल क्षेत्र में ओलावृष्टि की राहत राशि को लेकर कांग्रेस के प्रदेश सचिव दिनेश बोस और नायब तहसीलदार जितेंद्र चौरसिया के बीच विवाद हो गया. इस दौरान बहस को बढ़ता देख तहसीलदार आरके गुहा ने हस्ताक्षेप कर मामले को शांत कराया.
महिदपुर में जनवरी-फरवरी में ओलावृष्टि से कुछ गांवों की फसलें बर्बाद हुई थी. इस बात को लेकर कांग्रेस नेता दिनेश बोस ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे और तहसीलदार जितेन चौरसिया को सही तरीके से सर्वे नहीं किए जाने पर खरी खोटी सुनाने लगे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसान मुआवजा के लिए कई महीनों से राह तलाश रहे हैं. लेकिन उन्हें अभी तक एक फूटी कौड़ी तक नहीं मिली है. इस पर नायब तहसीलदार जितेन चौरसिया कांग्रेस नेता को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर पाठ पढ़ाने लगे जिस को लेकर दोनों के बीच गहमागहमी बहस में बदल गई.