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खुद एंबुलेंस चलाकर ले गईं नूरी खान: कोरोना वॉरियर की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में नहीं था ड्राइवर

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Published : May 12, 2021, 8:28 AM IST

Updated : May 12, 2021, 9:58 AM IST

वैक्सिनेशन टीम में कई दिनों से अपनी सेवा दे रहीं नजमा ब्रेन हेमरेज का शिकार हो गईं हैं, उनकी तबीयत लगातार नजुक बनी हुई है. अस्पताल में एंबुलेंस ड्राइवर नहीं था, इसलिए कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान खुद एंबुलेंस चलाकर उन्हें दूसरे अस्पतला ले गईं और शिफ्ट करवाया.

शिक्षिका नजमा
शिक्षिका नजमा

उज्जैन। वैक्सिनेशन टीम में कई दिनों से अपनी सेवा दे रहीं कोरोना वॉरियर नजमा ब्रेन हेमरेज का शिकार हो गईं. शिक्षिका नजमा बीते पांच दिन से कोरोना अस्पताल माधवनगर में भर्ती थीं, उन्हें न तो समय रहते सही इलाज मिल पा रहा है और न ही कोई अन्य अस्पताल भर्ती करने को तैयार है. हालांकि, मीडिया में खबर आने के बाद उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया. फिलहाल, नजमा की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. इस बीच मिली ताजा जानकारी के अनुसार, कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान खुद एंबुलेंस चलाकर नजमा को दूसरे अस्पताल शिफ्ट कराने ले गयीं हैं.

शिक्षिका नजमा

खुद एम्बुलेंस चलाकर ले गईं नूरी खान
दरअसल, सिविल अस्पताल से एक वीडियो सामने आया है, जिसमे नजमा की हालत बेहद नाजुक दिखाई दे रही है, वीडियो में नजमा तड़प रही है, लेकिन कोई देखने वाला तक नहीं है. इस बात को लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नूरी खान आज सिविल अस्पताल गईं और डॉ. से नजमा का हाल जाना. वहीं, नजमा बेहोश हैं और ब्रेन हेमरेज का शिकार हुईं है. इस कारण कुछ भी समझने और बोलने की स्थिति में नहीं है. इस बीच नजमा को निजी अस्पताल में शिफ्ट करने की बारी आई तो एम्बुलेंस ड्राइवर मौके पर नहीं था, ऐसे में नूरी खुद एंबुलेंस चलाकर नजमा को दूसरे अस्पताल शिफ्ट कराने ले गयीं हैं.

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नूरी खान ने कही ये बात

इससे पहले नूरी खान ने कहा है की जब तक कोरोना वॉरियर नजमा को निजी अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जाता, में सिविल अस्पताल में धरने पर ही बैठूंगी, वहीं, नजमा को देख रहे डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि सिविल अस्पताल में न्यूरो सर्जन नहीं है और नजमा की हालत खराब हो रही है. उनका ऑक्सीजन लेवल भी लगातार गिर रहा है. संभवतः उन्हें कोरोना के लक्षण भी है और जल्द ही उन्हें अन्य अस्पताल में शिफ्ट करने की जरूरत है.

डॉक्टरों ने बताया ब्रेन हेमरेज

बता दें कि नलिया बाखल स्थित कन्या मावि की शिक्षिका नजमा के पति रमजान की छत्रीचौक डिस्पेंसरी में वैक्सीनेशन ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ी. पति रमजान खान के अनुसार, डॉ. सोनाली अग्रवाल से इलाज कराया. कोरोना कोरोना टेस्ट भी कराया. दो दिन बाद उनके सिर में तेज दर्द हुआ. कोरोना की आशंका के चलते माधवनगर अस्पताल में भर्ती किया. इसके बाद एमआरआई करवाई. तो पता चला की वैक्सीनेशन टीम में तैनात शिक्षिका नजमा को ब्रेन हेमरेज हो गया. हालांकि, कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है. डॉक्टरों ने बताया ब्रेन हेमरेज है. गुरुवार से वह बेड पर बेसुध हैं. फिलहाल, उनकी तबियत लगातार बिगड़ रही है.

डॉ. ने भी माना सिविल अस्पताल में इलाज संभव नहीं
नजमा को लेकर जब सीएमएचओ महावीर खंडेलवाल से बात की तो उन्होंने कहा की इस मामले में मुझे जानकारी नहीं है. ये मामला सिविल सर्जन के क्षेत्र अधिकार का है, लेकिन नजमा को देख रहें. सिविल अस्पताल के डॉ दीपक शर्मा ने माना की ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारी का इलाज सिविल अस्पताल में नहीं हो सकता है, क्योंकि अस्पताल में न्यूरो सर्जन नहीं है. फिलहाल, नजमा को एक निजी अस्पताल में शिफ्ट करा दिया गया है.

उज्जैन। वैक्सिनेशन टीम में कई दिनों से अपनी सेवा दे रहीं कोरोना वॉरियर नजमा ब्रेन हेमरेज का शिकार हो गईं. शिक्षिका नजमा बीते पांच दिन से कोरोना अस्पताल माधवनगर में भर्ती थीं, उन्हें न तो समय रहते सही इलाज मिल पा रहा है और न ही कोई अन्य अस्पताल भर्ती करने को तैयार है. हालांकि, मीडिया में खबर आने के बाद उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया. फिलहाल, नजमा की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. इस बीच मिली ताजा जानकारी के अनुसार, कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान खुद एंबुलेंस चलाकर नजमा को दूसरे अस्पताल शिफ्ट कराने ले गयीं हैं.

शिक्षिका नजमा

खुद एम्बुलेंस चलाकर ले गईं नूरी खान
दरअसल, सिविल अस्पताल से एक वीडियो सामने आया है, जिसमे नजमा की हालत बेहद नाजुक दिखाई दे रही है, वीडियो में नजमा तड़प रही है, लेकिन कोई देखने वाला तक नहीं है. इस बात को लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नूरी खान आज सिविल अस्पताल गईं और डॉ. से नजमा का हाल जाना. वहीं, नजमा बेहोश हैं और ब्रेन हेमरेज का शिकार हुईं है. इस कारण कुछ भी समझने और बोलने की स्थिति में नहीं है. इस बीच नजमा को निजी अस्पताल में शिफ्ट करने की बारी आई तो एम्बुलेंस ड्राइवर मौके पर नहीं था, ऐसे में नूरी खुद एंबुलेंस चलाकर नजमा को दूसरे अस्पताल शिफ्ट कराने ले गयीं हैं.

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नूरी खान ने कही ये बात

इससे पहले नूरी खान ने कहा है की जब तक कोरोना वॉरियर नजमा को निजी अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जाता, में सिविल अस्पताल में धरने पर ही बैठूंगी, वहीं, नजमा को देख रहे डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि सिविल अस्पताल में न्यूरो सर्जन नहीं है और नजमा की हालत खराब हो रही है. उनका ऑक्सीजन लेवल भी लगातार गिर रहा है. संभवतः उन्हें कोरोना के लक्षण भी है और जल्द ही उन्हें अन्य अस्पताल में शिफ्ट करने की जरूरत है.

डॉक्टरों ने बताया ब्रेन हेमरेज

बता दें कि नलिया बाखल स्थित कन्या मावि की शिक्षिका नजमा के पति रमजान की छत्रीचौक डिस्पेंसरी में वैक्सीनेशन ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ी. पति रमजान खान के अनुसार, डॉ. सोनाली अग्रवाल से इलाज कराया. कोरोना कोरोना टेस्ट भी कराया. दो दिन बाद उनके सिर में तेज दर्द हुआ. कोरोना की आशंका के चलते माधवनगर अस्पताल में भर्ती किया. इसके बाद एमआरआई करवाई. तो पता चला की वैक्सीनेशन टीम में तैनात शिक्षिका नजमा को ब्रेन हेमरेज हो गया. हालांकि, कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है. डॉक्टरों ने बताया ब्रेन हेमरेज है. गुरुवार से वह बेड पर बेसुध हैं. फिलहाल, उनकी तबियत लगातार बिगड़ रही है.

डॉ. ने भी माना सिविल अस्पताल में इलाज संभव नहीं
नजमा को लेकर जब सीएमएचओ महावीर खंडेलवाल से बात की तो उन्होंने कहा की इस मामले में मुझे जानकारी नहीं है. ये मामला सिविल सर्जन के क्षेत्र अधिकार का है, लेकिन नजमा को देख रहें. सिविल अस्पताल के डॉ दीपक शर्मा ने माना की ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारी का इलाज सिविल अस्पताल में नहीं हो सकता है, क्योंकि अस्पताल में न्यूरो सर्जन नहीं है. फिलहाल, नजमा को एक निजी अस्पताल में शिफ्ट करा दिया गया है.

Last Updated : May 12, 2021, 9:58 AM IST
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