उज्जैन। उज्जैन जिले को वैसे तो बीजेपी को गढ़ कहा जाता है . लेकिन बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जिस प्रकार से बीजेपी को पटखनी दी थी, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि उज्जैन महापौर पद के लिए कांग्रेस ने महेश परमार को मैदान में उतार कर एकदम सटीक दांव खेला है.
महेश फिलहाल तराना से हैं विधायक : उज्जैन से कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी विधायक महेश परमार जिले की तराना विधानसभा से विधायक हैं. उनकी उम्र 44 वर्ष है.. महेश परमार जिले की घट्टिया तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम कदवाली के निवासी हैं. महेश परमार युवा चेहरा हैं और पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वर्ष 2018 में विधायक चुने गए महेश परमार को 67778 वोट 48.38% वोट मिले थे.
महेश परमार का स्थानीय स्तर पर हल्का विरोध भी : सांसद फ़िरोजिया महेश परमार से पहले तराना विधानसभा से चुने गए थे. कांग्रेस ने विधायक महेश परमार के नेतृत्व में वर्ष 1998 में कांग्रेस से बाबूलाल मालवीय की जीत के बाद वर्ष 2018 में जीत हांसिल की थी. विधायक महेश परमार एक कद्दावर नेता माने जाते हैं. हालांकि विधायक महेश परमार का स्थानीय कांग्रेस पार्टी के कुछ पदाधिकारी विरोध कर रहे हैं.
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